आगरा: उत्तर प्रदेश से एक बड़ी खबर सामने आ रही है यहाँ आगरा कैंट से ग्वालियर की तरफ अप ट्रैक पर बढ़ रही पातालकोट एक्सप्रेस (14624) की जनरल बोगियों में अचानक लाइटें फटने से आग लग गई। कैंट से करीब 8 किलोमीटर दूर भांडई स्टेशन से बढ़ते ही हुए हादसे के शोर पर एक यात्री ने चेन पुलिंग कर दी। कुछ यात्री कूदे तो बाकी को ट्रेन रुकने पर सुरक्षित उतारा गया। घटना में दो डिब्बे पूरी तरह, जबकि दो डिब्बे आंशिक जले हैं। 13 यात्री झुलसे व चोटिल हुए हैं, जिनका एसएन मेडिकल कॉलेज व प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर उपचार चल रहा है। DRM ने घटना की तहकीकात के आदेश दिए हैं। हेल्पलाइन नंबर जारी कर दिए गए हैं।
वहीं, मौके पर पहुंचे रेल प्रशासन ने स्थानीय लोगों की सहायता से ट्रेन के कोचों में लगी आग को बुझाने का प्रयास आरम्भ किया. 3 घंटों की कड़ी मशक्कत के पश्चात् आग पर नियंत्रण पाया जा सका. आखिर आग लगी कैसे इस बात की अभी तक कोई खबर नहीं मिल पाई है. लेकिन जिस शख्स के कारण यह बड़ी दुर्घटना कम में ही टल गई वो कोई और नहीं बल्कि रेलवे गैटमैन है. प्राप्त खबर के अनुसार, फाटक 487 पर तैनात गेटमैन यशपाल सिंह ने ट्रेन से धुआं उठते देख लिया था. उन्होंने तुरंत इसकी खबर स्टेशन मास्टर को दी. स्टेशन मास्टर ने सतर्कता दिखाते हुए ट्रेन के दोनों डिब्बों की विद्युत सप्लाई काट दी. दोनों कोच को फिर ट्रेन से अलग कर दिया गया. यदि वक़्त पर गेटमैन धुआं उठने की खबर नहीं देता तो शायद कोई बड़ी अनहोनी हो जाती. कहा जा रहा है कि उस वक़्त उन दो बोगियों में 150 से अधिक यात्री सवार थे.
सेना से सेवानिवृत यशपाल सिंह जो कि भारतीय रेलवे में गेटमैन हैं, उन्होंने कहा कि 3.35 मिनट पर पातालकोट ट्रेन भांडई स्टेशन पर पहुंची. उन्होंने ट्रेन के चौथे कोच से धुआं उठता देखा. यह जनरल बोगी थी. मगर ट्रेन में उपस्थित किसी भी यात्री को इस बात की भनक नहीं लगी कि वहां क्या हो रहा है. उन्होंने बताया, ''मैंने धुआं देखते ही स्टेशन मास्टर हरिदास को इसकी खबर दी. हरिदास ने फिर कंट्रोल रूम को इस बात की जानकारी दी. तत्पश्चात, ट्रेन नियंत्रक ने तुरंत ओएचई (ओवर हेड इक्विपमेंट) प्रभारी को अप और डाउन दिशा की सभी ट्रेनों की बिजली आपूर्ति बंद करने और ट्रेन को तुरंत रोकने का निर्देश दिया.'' वही यात्रियों के बाहर निकलते ही ट्रेन पर आग बुझाने का काम आरम्भ कर दिया गया. तीन घंटे की कड़ी मशक्कत के पश्चात् आग पर नियंत्रण पाया गया. 11 लोग हालांकि, इस हादसे में आग से झुलस गए. राहुल कुमार (18), मोहित (25), शिवम (18) मनोज कुमार (34), हरदयाल (59), मनीराम (45), रामेश्वर (29), गौरव (22), सिद्धार्थ (18) हितेश (17) और विकास (17) इस दुर्घटना में घायल हो गए. वही अब आग कैसे लगी इसकी जाँच की जा रही है।
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