आने वाली 18 मई से लागू होने वाला लॉकडाउन के चौथा चरण का स्वरूप पहले के तीन चरणों से बिल्कुल अलग होने वाला है. इसमें संक्रमित क्षेत्रों को छोड़कर बाकी क्षेत्रों में अधिकांश गतिविधियां शुरू की जाएंगी. ग्रीन जोन में लोक परिवहन भी सावधानियों के साथ शुरू किया जा सकता है. इसके स्वरूप को लेकर मंत्रियों ने बुधवार को जिलों के आपदा प्रबंधन समूहों के सदस्यों के साथ चर्चा कर उनके सुझाव भी लिए.
बता दें की इसमें यह सलाह दी गई कि छोटी दुकानों को खोलने की अनुमति दे दी जाए. जो मजदूर बाहर से प्रदेश आ रहे हैं, उनके रोजगार का इंतजाम किया जाए. जरूरत के हिसाब से घर पहुंच सेवा को बहाल रखा जाए. मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सभी मंत्रियों को जिला आपदा प्रबंधन समूह से बात कर फीडबैक लेने के निर्देश दिए हैं. वहीं, कलेक्टरों से भी रिपोर्ट मांगी गई है.
जानकारी के लिए बता दें की गृह और स्वास्थ्य मंत्री डॉ.नरोत्तम मिश्रा ने उज्जैन, भोपाल, विदिशा, झाबुआ और रतलाम के जनप्रतिनिधियों, प्रशासनिक अधिकारियों और जिला आपदा प्रबंधन समूह से बात कर सुझाव लिए है. इस दौरान जनप्रतिनिधियों में लॉकडाउन में सुरक्षा के उपाय करते हुए ढील देने की बात रखी है. मंत्री डॉ. मिश्रा ने अधिकारियों को केंद्र सरकार के निर्देशों का सख्ती के साथ पालन करने को कहा.
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