वाराणसी: उत्तर प्रदेश के वाराणसी में स्कूल के समय से एक-दूसरे को पसंद करने वाले हरीश बागेश और संचिता शरण ने दो वर्ष पहले धूमधाम से शादी की थी, किन्तु हरीश के परिवार ने इस शादी को स्वीकार नहीं किया था। पटना में हरीश के परिवार ने इस शादी को मानने से मना कर दिया था, जिससे यह जोड़ा परेशानी में था।
हरीश बागेश, जो लंबे वक़्त से अपने ससुराल में रह रहे थे, अपने घर पटना जाने की बात कहकर गोरखपुर से निकले थे। संचिता, जो उन्हें छोड़ने के लिए रेलवे स्टेशन आई थी, अगले दिन खबर पाती है कि हरीश वाराणसी के एक होम स्टे में फंदे से लटका मिला। पुलिस ने बताया, जैसे ही संचिता ने पति की मौत की खबर सुनी, उसने अपने पिता के घर की छत से कूदकर जान दे दी। हरीश एक MBA ग्रेजुएट थे तथा संचिता फैशन फोटोग्राफर थीं। दोनों ने शादी के पश्चात् मुंबई में कुछ समय बिताया तथा फिर इसी वर्ष फरवरी में गोरखपुर लौट आए। गोरखपुर में हरीश अपने ससुराल में डॉ. राम शरण के साथ रहने लगे थे, जबकि उन्होंने अपनी नौकरी छोड़ दी थी।
शुक्रवार को हरीश ने संचिता को बताया कि वह पटना जा रहा है, तथा अगले दिन संचिता उसे रेलवे स्टेशन छोड़ने आई। दंपति ने आखिरी बार शनिवार शाम को बात की थी। रविवार प्रातः पुलिस ने खबर दी कि हरीश वाराणसी के सारनाथ में एक होटल के कमरे में फंदे से लटका हुआ पाया गया। डॉ. राम शरण वाराणसी जाने की तैयारी कर रहे थे, किन्तु संचिता ने पति की मौत की खबर सुनते ही अपने पिता से कहा कि वह हरीश के बिना नहीं रह सकती तथा इमारत की दूसरी मंजिल से कूद गई, जिससे उसकी भी मौत हो गई। पुलिस अधीक्षक (शहर) केके विश्नोई ने बताया कि शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है तथा रिपोर्ट के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी। पुलिस हरीश के सारनाथ जाने एवं खुदखुशी करने की वजहों की भी तहकीकात कर रही है।