उभरते हुए भारतीय टेनिस खिलाड़ी सुमित नागल ने कोविड-19 महामारी के दौरान अंतरराष्ट्रीय टूर्नामेंट जीत लिया है. इसी के साथ वह इस महामारी के बीच कोई इंटरनेशनल टूर्नामेंट जीतने वाले पहले भारतीय बन गए हैं. उन्होंने जर्मनी में पीएसडी बैंक नार्ड ओपन क्ले कोर्ट टूर्नामेंट के फाइनल में दूसरे वरीय मेजबान खिलाड़ी डेनियल मसूर को 6-1, 6-3 से हरा दिया. सुमित नागल वर्तमान में 127 नंबर के साथ पर भारत के सर्वोच्च रैंक वाले एकल खिलाड़ी हैं. इस टूर्नामेंट को जीतने के बाद उन्होंने ईएसपीएन से कहा, "चार महीने बाद कोर्ट पर वापसी करना काफी अच्छा लगा. इस समय टूर्नामेंट में खेलना शानदार भी है और वास्तविकता से परे भी. यह एक छोट सा और अच्छा टूर्नामेंट था. इस टूर्नामेंट में 60 खिलाड़ियों ने हिस्सा लिया. यह मेरे ट्रेनिंग सेंटर से दूर भी नहीं था. इसलिए मुझे लगा कि, क्यों ना कुछ मैच खेल लिए जाएं."
नागल ने आखिरी बार मार्च के शुरू में डेविस कप के दौरान क्रोएशिया के मारिन सिलिक के खिलाफ प्रतिस्पर्धी मैच खेला था. भारतीय खिलाड़ी ने कहा कि इस टूर्नामेंट का अनुभव पूर्व में खेले गए किसी भी मैच से बहुत अलग था. खिलाड़ियों को तापमान की जांच से गुजरना पड़ा और कोर्ट में आने से पहले उन्हें अपने हाथों को अच्छे से साफ करना पड़ा. बेहद छोटा टूर्नामेंट होने की वजह से केवल कुछ खिलाड़ी और दर्शक ही इसमें शामिल हो पाए.
इस टूर्नामेंट में सोशल डिस्टेसिंग जैसे नियमों का सख्ती से पालन किया गया. उन्होंने कहा, "सभी को एक-दूसरे से कम से कम दो मीटर दूर रहना था. यह कुछ ऐसा है, जिसे आपको बार-बार हाथ धोने की तरह खुद को याद दिलाना पड़ता है. इसके साथ ही लॉकर रूम में एक बार में सिर्फ दो खिलाड़ियों को जाने की इजाजत थी. चूंकि यह एक छोटा टूर्नामेंट था, इसलिए इस बेहद आसानी के साथ मैनेज किया जा सका."
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