नई दिल्ली : लोकसभा स्पीकर सुमित्रा महाजन मौके अनुसार ढलना जानती है। वो समय पड़ने पर खुद समझाती भी है और जरुरत पड़ने पर डांट भी लगाती है। महाजन ने सांसदों की असंसदीय भाषा पर नाराजगी जताते हुए उन्हें क्लास लेने की सलाह दे दी।
सोमवार को जीरो आवर के दौरान बीजेपी सांसद संजय जयसवाल ने असंसदीय भाषा का प्रयोग किया था। जयसवाल ने भारतीय चिकित्सा परिषदि का मुद्दा उठाते हुए संस्थान के संबंध में अपशब्द कहे थे। इसके बाद संसदीय कार्य मंत्री वैंकेया नायडू ने सलाह दी कि सांसदों द्वारा इस्तेमाल किए गए शब्द विशेष को कार्यवाही से निकाल दिया गया है।
ताकि सासंदों के शब्द अखबार की सुर्खियां न बने। इस बात से भड़की महाजन ने कहा कि मुझसे अधिक आपको पता होगा कि क्या संसदीय है और असंसदीय, रिकॉर्ड से तो शब्द को निकाला जा सकता है, लेकिन किसी के मुंह से गलत शब्द निकलने से कैसे रोका जा सकता है।
इसके लिए सदस्य खुद लगाम लगाएं और भाषा की मर्यादा का ख्याल रखें। महाजन ने कहा कि सदस्य पहले ऐसे शब्द बोलते है, तभी तो अखबारों की सुर्खियां बनती है। इसके कुछ ही देर बाद पेट्रोलियम उत्पाद की कीमतों के संबंध में एक सवाल पूछे जाने पर कर्नाटक से बीजेपी सांसद नलिन कुमार कतील और केरल से सांसद पीके श्रीमथि के शदऩ में उपस्थित न रहने पर भी नाराजगी जताई और कहा कि यह बहुत गलत बात है।