हिन्दू धर्म में सूर्य को साक्षात देवता माना गया है.ज्योतिष में सूर्य को ग्रहों का राजा माना जाता है. महाभारत में कर्ण हर रोज सूर्य की पूजा कर सूर्य को अर्घ्य देते थे.सूर्यवंशी भगवान श्रीराम भी सूर्य पूजा करते थे. रोज सुबह जल्दी उठकर सूर्य के दर्शन करने और जल चढ़ाने से सभी परेशानियां दूर हो सकती हैं.सूर्य की पूजा से कुंडली के दोष भी दूर होते हैं.
यदि आप सूर्यदेव की कृपा का लाभ लेना चाहते हैं, तो अपने घर में सात घोड़ों के रथ पर सवार सूर्यदेव की फोटो लगाएं. ये फोटो पूर्व दिशा में लगानी चाहिए .इससे घर में सकारात्मकता बढ़ती है. रोज सुबह इस फोटो के दर्शन करने के बाद ही घर से बाहर निकलने से पहले सूर्यदेव से प्रार्थना करनी चाहिए. ऐसा करने से व्यापार, नौकरी और अन्य समस्याएं दूर होने की संभावना रहती है.
सूर्य अर्घ्य और दान : रोजाना सुबह जल्दी उठकर स्नान के सूर्य को जल चढ़ाएं. इसके लिए तांबे के लोटे में जल भरें और इसमें चावल, लाल फूल, लाल चंदन भी डालें. इसके बाद पूर्व दिशा की ओर मुंह करके सूर्य देव को अर्घ्य चढ़ाएं. इस दौरान सूर्य मंत्र ऊँ सूर्याय नम: का जाप करें.सूर्य ग्रह के अशुभ असर दूर करने के लिए अपने वजन के बराबर या अपने सामर्थ्य के अनुसार गेहूं का दान समय-समय पर करते रहें.लाल और पीले वस्त्रों का दान निर्धन व्यक्ति को करें.तांबे के बर्तन, गुड़ आदि चीजों का दान करने से भी लाभ होता है.
यह भी देखें
ग्रह दोष और निर्धनता निवारण के लिए करें बिल्व वृक्ष का पूजन
इन नाम वालों पर माँ काली करेंगी कृपा