नर्मदापुरम। शहर के आदिवासी विकास विभाग द्वारा संचालित किया जा रहा शासकीय ज्ञानोदय विद्यालय के छात्रावास में छात्राओं पर वहा की अधीक्षक ने जम कर लकडिया बरसाई। छात्राओं की गलती सिर्फ इतनी थी की वह अपने रूम की लाइट चालू छोड़ दूसरे फ्लोर पर पढाई करने चली गई थी। इस बात से नाराज होकर अधीक्षक ने उन्हें लकड़ी से पीटा। छात्राओं ने परिजन के साथ थाने पहुंचकर अधीक्षक के खिलाफ शिकायत दर्ज करवाई।
छात्रावास में रहे रही कक्षा 9वीं की छात्राओं ने बताया की, 6 अप्रैल की रात वह दोनों छात्रावास के दूसरे फ्लोर पर एक खाली कमरा है, तो वह दोनों कमरे में पढ़ाई के लिए गई थी, इस दौरान छात्रावास अधीक्षक अनिता कुंडू उनके कमरे में चैकिंग करने के लिए गई। कमरे में दोनों छात्राएं नहीं मिली तो छात्रावास अधीक्षक ने उन्हें नीचे बुलाया और बिजली बिल भरने की बात को ले कर बहुत भला बुरा सुनाया, की बिजली का बिल तुम्हारे पिताजी भरेंगे क्या जैसे शब्दों का इस्तमाल किया, जिससे दोनों छात्रा डर गई। फिर छात्रावास अधीक्षक ने लकड़ी को हाथ, पैर में मारा, मार इतनी बुरी लगाई थी की छात्राओं को ठीक से बैठते भी नहीं बन रहा था।
छात्रावास की अधीक्षक ने अपना बचाव करते हुए बताया की जो उस पर इलज़ाम लगाया जा रहा है। वह सरासर झूठा है, साथ ही कहा की उस पर 250 छात्राओं की जिम्मेदारी है। छात्रावास में रहने वाले को नियम का पालन करना अनिवार्य है। कुछ समय से छात्रावास में चोरिया हो रही थी। इसलिए जिसे जो रूम आल्लोट हुआ है उसे वही रहने की अनुमति है। नियमो का उल्लंघन करने पर इनको सजा दी गई है जिससे की छात्रावास नियम का पालन कराया जा सके।पुलिस द्वारा छात्राओं का मेडिकल करवाया गया और आगे की जाँच की जा रही है।
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