नई दिल्ली: दुनिया भर में कोहराम मचाने वाले कोरोना वायरस पर देश की सर्वोच्च न्यायालय के एक जज ने दिलचस्प टिप्पणी की है. न्यायमूर्ति अरुण मिश्रा ने कहा है कि हर 100 वर्षों में महामारी होती है. घोर कलयुग है, हम वायरस से लड़ नहीं सकते. केवल सरकार पर मामला नहीं छोड़ सकते. सबको प्रयास करना होगा.
उन्होनें यह टिप्पणी उस समय की जब साथी जज एम आर शाह ने एक वरिष्ठ वकील को 5-6 वकील साथ लेकर आने के लिए टोका. दरअसल, शीर्ष अदालत के वरिष्ठ वकील अपने साथ 5-6 वकीलों को लेकर कोर्ट रूम में पहुंच गए. इस पर न्यायमूर्ति एम आर शाह ने कहा कि आप सभी 5-6 वकीलों के साथ आते हैं. यह बार का भी आग्रह है, एक वरिष्ठ अधिवक्ता को केवल एक वकील के साथ आना चाहिए.
भारत में कोरोना वायरस से संक्रमित मरीजों की तादाद बढ़कर 148 पहुंच गई है जिनमें 25 विदेशी नागरिक हैं. अब तक 14 लोग वायरस के संक्रमण से ठीक हो चुके हैं जबकि तीन लोगों की मौत हो चुकी हैं. देश में संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए कड़े फैसले लिए जा रहे हैं. दिल्ली, महाराष्ट्र, उत्तर प्रदेश, केरल और कर्नाटक सहित कई राज्यों में स्कूल-कॉलेजों और सिनेमाघरों को 31 मार्च तक के लिए बद करने का आदेश दे दिया गया है.
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