पाकिस्तान के सर्वोच्च अदालत द्वारा सत्तारूढ़ दल के एक सांसद को पांच वर्षों के लिए अयोग्य घोषित करने का मामला सामने आया है. सांसद पर न्यायाधीशों को धमकी देने का आरोप था. इस सांसद को पांच साल के लिए अयोग्य घोषित किया गया है.
मिली जानकारी के अनुसार पाकिस्तान मुस्लिम लीग नवाज के सांसद नेहल हाशमी ने पिछले साल कराची में कार्यकर्ताओं के सामने दिए गए भाषण में पद से हटाए गए प्रधानमंत्री नवाज शरीफ की जांच के लिए सर्वोच्च न्यायालय की ओर से नियुक्त अधिकारियों को धमकी दी थी. इस मामले ने उन्हें पाकिस्तान की सबसे बड़ी अदालत ने अवमानना का नोटिस जारी किया था.
पाकिस्तान उच्चतम न्यायालय ने हाशमी को पांच वर्षों तक सार्वजनिक पद पर रहने के अयोग्य करार दिए जाने के साथ ही एक महीने की कैद की सजा और उन पर 50 हजार रुपये का जुर्माना भी लगाया गया. कोर्ट के अदालत के फैसले के बाद सांसद नेहल हाशमी को पुलिस ने अदालत परिसर में गिरफ्तार कर लिया.
यहां यह उल्लेख उचित है कि पाकिस्तान में जन प्रतिनिधियों और अन्य नेताओं द्वारा कानूनों के उल्लंघन करने के पहले भी कई मामले सामने आ चुके हैं, पीएम नवाज शरीफ को भी पनामा पेपर्स लीक मामले में अपने पद से हाथ धोना पड़ा था.अब संभव है कि उनके समर्थक सांसद के इस कृत्य पर पाकिस्तान की सबसे बड़ी अदालत द्वारा दिए गए इस फैसले से ऐसे मामलों पर रोक लग जाए.
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