नई दिल्ली: रामपुर से समाजवादी पार्टी (सपा) के MLA और वरिष्ठ नेता आजम खान की जमानत याचिका पर सर्वोच्च न्यायालय में सुनवाई टल गई है. आजम खान की तरफ से उनके वकील कपिल सिब्बल ने कोर्ट में पक्ष रखा. कपिल सिब्बल ने कहा कि लोअर कोर्ट ने जमानत याचिका पर काफी समय से फैसला लंबित रखा हुआ है. लिहाजा शीर्ष अदालत सुनवाई कर समुचित आदेश दे.
सर्वोच्च न्यायालय में मंगलवार को जमानत याचिका पर गुहार लगाते हुए कपिल सिब्बल ने कहा कि आजम खान के खिलाफ 87 FIR दर्ज हैं. चार केस चल रहे हैं, दो मामलों में उन्हें जमानत दे दी गई है. जबकि उच्च न्यायालय ने उनकी जमानत अर्जी पर 4 दिसंबर को ही फैसला सुरक्षित रख लिया था, मगर अभी तक फैसला नहीं सुनाया है. जिसपर शीर्ष अदालत ने केवल इतना कहा कि हम अगले सप्ताह देखेंगे. कपिल सिब्बल की तरफ से पेश की गई दलीलों के बाद सुप्रीम कोर्ट सुनवाई के लिए राजी हो गई है. अब शीर्ष अदालत आजम खान की जमानत याचिका पर शुक्रवार को सुनवाई करेगी.
बता दें कि आजम खान को 26 फरवरी 2020 को अरेस्ट किया गया था. वह बीते 26 महीने से जेल में कैद हैं. आजम खान को 8 मार्च को एक मामले में जमानत दे दी गई थी, तब दावा किया गया था कि दो अन्य मामलों में फैसला आना शेष है. बता दें कि भाजपा के वर्ष 2017 में सत्ता में आने के बाद आजम के खिलाफ 2 साल में 80 से अधिक केस दर्ज हुए थे.
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