लखनऊ: उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार ने 4 साल में तक़रीबन चार लाख लोगों को नौकरी और रोजगार देकर एक अनोखा रिकॉर्ड बनाया है। यूपी सरकार ने चार वर्षों में सबसे अधिक नौकरी और रोजगार दिया है। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, इस रिकॉर्ड के तहत यूपी सबसे अधिक नौकरी और रोजगार देने वाला सूबा बन गया है।
उल्लेखनीय है कि, कोरोना महामारी के संकटकाल के दौरान जहाँ सबकी नौकरियाँ जा रहीं थी, उस समय भी राज्य सरकार की भर्ती प्रक्रिया नहीं थमी। सीएम योगी ने बुधवार को 3209 ट्यूबवेल चालकों को नियुक्ति पत्र सौंपकर वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से कैंडिडेट्स को संबोधित किया। यहां ध्यान देने वाली बात यह है कि अभ्यर्थियों से संवाद कर भर्ती प्रक्रिया की शुचिता और पारदर्शिता को केवल अधिकारी ही नहीं बल्कि भर्ती प्रक्रिया के बाद स्वयं सीएम योगी आदित्यनाथ भी कैंडिडेट के टैलेंट को परखते हैं। देश की सबसे बड़ी अदालत ने भी योगी सरकार की भर्ती प्रक्रिया की प्रशंसा की है।
सीएम योगी ने कैंडिडेट्स से बातचीत करते हुए कहा कि सभी 3209 नवचयनित अभ्यर्थियों को इस बात पर गर्व करना चाहिए कि उन्हें किसी सिफारिश या जुगाड़ की वजह से यह सरकारी नौकरी नहीं मिली है। यह नौकरी आपकी अपनी मेधा, क्षमता और मेहनत से प्राप्त हुई है। सीएम योगी ने कहा कि उत्तर प्रदेश में नौकरी का एक मात्र आधार ‘मेरिट’ ही है।
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