नई दिल्ली. हाल ही में जम्मू कश्मीर में चुनावी मतदान के दौरान पैलेट गन का इस्तेमाल किया गया है, जिस पर रोक लगाने की याचिका पर केंद्र ने सुप्रीम कोर्ट में कहा है कि पैलेट गन का उपयोग आखिरी विकल्प पर तौर पर किया जा रहा है. सुरक्षा बलों का उद्देश्य किसी को मारना नहीं है. प्रदर्शनकारियों से निपटने के लिए नया एसपी बनाया गया है. यह तरीका इसराइल में उपयोग किया जाता है.
सुप्रीम कोर्ट ने इस मामले में पिछली सुनवाई में केंद्र सरकार को कहा था कि पैलेट गन के विकल्प पर विचार करें ताकि किसी भी नागरिक को नुकसान न पहुंचे. ऐसे कोई विकल्प तलाशे जिसमे दोनों पक्षों को नुकसान न पहुंचे. बता दे कि रविवार को श्रीनगर संसदीय क्षेत्र में उपचुनाव के दौरान बड़गाम जिले में आठ लोगों की फायरिंग में मौत हो गई. इसके विरोध में आज अलगाववादियों ने दो दिन का बंद बुलाया है. मतदान केंद्र पर हमला करने वाली भीड़ पर जब सुरक्षाबलों ने फायरिंग की तो कई लोग घायल हो गए. कई जगहों पर हिंसक भीड़ ने मतदान केंद्रों पर हमला कर दिया.
बड़गाम जिले में चरार ए शरीफ के नजदीक पाखरपुरा में सैंकड़ो प्रदर्शनकारियों ने मतदान केंद्र पर हमला बोला जिसके तहत सुरक्षाकर्मियों ने चेतावनी के रूप में गोली चलाई किन्तु कोई असर नहीं हुआ. यहाँ पांच लोग मारे गए. इस मामले को लेकर पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने कहा कि उनके 20 वर्षों के राजनीतिक जीवन में उन्होंने ऐसी चुनावी हिंसा नहीं देखी.
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