नई दिल्ली: देश में कोरोना महामारी के आंकड़ें कम जरूर हुए है, किन्तु संकट अब भी बरकरार है. उत्तर भारत के राज्यों में कोरोना संक्रमण की दर में काफी गिरावट आई हैं, जबकि दक्षिण भारतीय राज्यों में कोरोना के मामले लगातार मिल रहे हैं। केरल में भी कोरोना संक्रमण के केस तेजी से बढ़ते दिख रहे हैं. इस बीच बकरीद के अवसर पर बाजार और दुकानें खोलने की छूट देने के केरल सरकार के फैसले को शीर्ष अदालत में चुनौती दी गई हैं।
इस मामले मे केरल सरकार ने सोमवार देर रात सर्वोच्च न्यायालय में अपना जवाब दायर किया है। सरकार ने अपने जवाब में कहा है कि सूबे की जनता की समस्याएं दूर करने के लिए उसने हर संभव कदम उठाए हैं। हालांकि बीते 3 माह से भी अधिक समय से चल रही बंदिशों से लोग परेशान भी हुए हैं। सरकार के अनुसार, व्यापारियों को उम्मीद थी कि बकरीद पर होने वाली बिक्री कुछ हद तक उनकी आर्थिक परेशानियां दूर करेगी, उन्होंने बहुत पहले ही इसे देखते हुए अपने माल का स्टॉक कर लिया था। व्यापारी संगठनों ने विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया था और ऐलान किया था कि वो नियमों की अनदेखी करते हुए राज्य में दुकाने खोलेंगे। जिसके बाद सरकार ने कुछ दिनों के लिए त्योहार के दौरान रियायत देने का फैसला किया।
सर्वोच्च न्यायालय की न्यायाधीश आर एफ नरीमन और न्यायमूर्ति बीआर गवाई की पीठ मंगलवार सुबह इस मामले की सुनवाई करेगी। शीर्ष अदालत की इसी बेंच ने यूपी सरकार के कांवड यात्रा करवाने के फैसले पर स्वत संज्ञान लिया था, जिसके बाद योगी सरकार को अपना फैसला बदलना पड़ा था।
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