सूरत। अपराध के बढ़ते मामले सभी के लिए सनसनी बने हुए हैं। ऐसे में जो मामला हाल ही में सामने आया है उसे सुनकर आपका खून खौल जाएगा। जी दरअसल आज से कुछ ही दिन पहले गुजरात के भुज में माहवारी की जांच हेतु छात्राओं के वस्त्र उतरवाने का मामला सामने आया था और अब सूरत में महानगर पालिका संचालित स्मिमेर हॉस्पिटल में बीते वीरवार को प्रशिक्षु महिला कर्मचारियों को घंटों तक बिना वस्त्रों के खड़ा रखा गया। जी हाँ, इस मामले में मिली जानकारी के मुताबिक़ महिला डॉक्टरों ने प्रेग्नेंसी से संबंधी टेस्ट किए तथा उनसे निजी प्रश्न भी किए।
वहीं इस वारदात के बारे में SMC कर्मचारी संघ प्रमुख की ओर से सूरत नगर निगम कमिश्नर से शिकायत की गई है। इस मामले के बारे में पूरी जानकारी बताते हुए कहा गया कि महिला कर्मचारियों को उस समय गहरा सदमा लगा, जब वे अपने जरुरी फिटनेस टेस्ट हेतु सूरत नगर निगम संचालित अस्पताल पहुंची। वहीं औरत कर्मचारियों को कमरे में लगभग 10 के समूह में ले जाया गया एवं एक साथ उन्हें बिना वस्त्रों के खड़े होने हेतु बाध्य किया गया।
इस दौरान वहां रहने वाली अविवाहित औरतों से पूछा गया कि 'क्या वे कभी गर्भवती हुई हैं।' खबर मिली है कि कुछ औरतों ने महिला डॉक्टरों पर इल्जाम लगाते हुए बोला कि 'उन्होंने स्त्री रोग संबंधी टेस्ट किए एवं उनके साथ गलत व्यवहार किया।' इस मामले में संघ की शिकायत के बाद नगर निगम आयुक्त ने मामले की छानबीन के आदेश जारी किए हैं और जल्द ही इस मामले की जांच कर ली जाएगी।
दो बहनों के सामने बूढ़े शेख ने रखा शादी का प्रस्ताव नहीं मानी तो किया यह काम
चंद पैसों की खातिर फूफा ने ले ली 12 साल के भतीजे की जान
रेलवे ट्रैक पर कूदकर ईंट भट्ठा कारोबारी ने दी जान, सुसाइड नोट से खुला बड़ा राज