मलेशिया में एक टॉप सीक्रेट फाइल को 47 वर्ष के उपरांत सार्वजनिक किया गया है। खबरों का कहना है कि वर्ष 1976 में मलेशिया में एक विमान दुर्घटना हुआ था, इसमें कई बड़े राजनेता और मंत्री मारे गए थे। विमान हादसे के उपरांत से ही जिसकी फाइल को मलेशिया की गवर्नमेंट ने गुप्त रखा था और हादसे की वजह सार्वजनिक नहीं की थी। अब लोगों की भारी मांग के उपरांत मलेशिया की सरकार ने 1976 में हुए विमान हादसे की फाइल को सार्वजनिक कर दिया है। फाइल से खुलासा हुआ है कि विमान हादसे के कारण से उसमें सामान का ठीक से नहीं भरा जाना था, जिस वजह से ही विमान भी क्रेश हो गया है।
क्या थी विमान हादसे की वजह- मलेशिया गवर्नमेंट ने 21 पेज की जानकारी बुधवार को सार्वजनिक की है, खबरों का कहना है कि, जो विमान हादसे का शिकार हुआ, वो ऑस्ट्रेलिया की सरकारी एयरक्राफ्ट फैक्ट्री में बनाया गया था। विमान सबाह राज्य की राजधानी कोटा किनाबालु जा रहा था, जब वह समुद्र में समा गया था। इस विमान हादसे में सबाह राज्य के तत्कालीन सीएम तुन फुआद स्टीफेंस और राज्य के आवास मंत्री, वित्त मंत्री और संचार मंत्री की जान चली गई। इतना ही नहीं, ऐसा कोई सबूत नहीं मिला कि विमान में किसी तरह की कोई खराबी थी या फिर आग लगने की घटना या विस्फोट हुआ था। रिपोर्ट में बताया गया है कि विमान में तय मानकों से अधिक सामान भरा गया था और उसे ठीक तरह से भी नहीं भरा गया था, जिसकी वजह से विमान का हवा में संतुलन बिगड़ा और यही उसके हादसे का कारण बन गए है।
मृतकों के परिजनों ने की थी मांग- विमान दुर्घटना की फाइल को गुप्त रखने के सरकार के निर्णय का विरोध हो रहा था और मृतकों के परिजन लंबे समय से इस फाइल को सार्वजनिक करने की मांग भी करने में लगे हुए है। इसके उपरांत बीते दिनों मलेशिया के पीएम अनवर इब्राहिम ने इस रिपोर्ट को सार्वजनिक करने की बात भी बोली थी। खबरों में यह भी कहा गया है कि विमान में दो पायलट सवार हो सकते हैं लेकिन इस विमान में एक ही पायलट सवार था। पायलट हादसे के समय नशे में होने की बात कही जा रही थी लेकिन रिपोर्ट में ऐसी कोई बात नहीं है। हालांकि रिपोर्ट में ये बताया गया है कि विमान के पायलट का रिकॉर्ड अच्छा नहीं था और वह एक औसत दर्जे का पायलट था।
ED का IAS छवि रंजन समेत 18 लोगों पर हुई छापेमारी, जानिए क्या है पूरा मामला