रविवार का दिन भगवान सूर्य को समर्पित है, अगर इस दिन आप भगवान सूर्य की अराधना करते हैं तो इससे भगवान सूर्य जल्दी प्रसन्न हो जाते है. यहां आज हम आपसे सूर्य देवता के पारिवारिक जीवन के बारे में बात कर रहे हैं जिसके बारे में आप नहीं जानते होंगे. जानिए सूर्य देवता के कितने पुत्र हैं और उनकी कुछ खास बातें.
* यम- यमराज सूर्य के सबसे बड़े पुत्र हैं और वे मृत्यु के देवता कहलाते हैं.
* यमी- यमुना नदी सूर्य की दूसरी संतान और ज्येष्ठ पुत्री हैं.
* वैवस्वत मनु- प्रलय के बाद संसार के पुनर्निर्माण करने वाले प्रथम पुरुष बने.
* शनि देव- सूर्य और उनकी दूसरी पत्नी छाया की प्रथम संतान है, शनिदेव जिन्हें कर्मफल दाता और न्यायधिकारी भी कहा जाता है.
* विष्टि या भद्रा- भद्रा काले वर्ण, लंबे केश, बड़े-बड़े दांत तथा भयंकर रूप वाली कन्या है. उनके स्वभाव को नियंत्रित करने के लिए ही भगवान ब्रह्मा ने उन्हें काल गणना या पंचांग के एक प्रमुख अंग विष्टि करण में स्थान दिया है.
* सावर्णि मनु- सूर्य और छाया की चौथी संतान सावर्णि मनु हैं.
* अश्विनी कुमार- प्रथम पत्नी संज्ञा से घोड़ी के रूप में संयोग से सूर्य के पुत्रों के रूप में जुड़वां अश्विनी कुमारों की उत्पत्ति हुई जो देवताओं के वैद्य हैं.
* रेवंत- सूर्य की सबसे छोटी और संज्ञा की छठी संतान हैं रेवंत, जो उनके पुनर्मिलन के बाद जन्मी थी और निरन्तर भगवान सूर्य की सेवा में रहते हैं.
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