नई दिल्ली: पाकिस्तान से बातचीत को लेकर विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने स्पष्ट कर दिया है कि करतारपुर कॉरिडोर खुल जाने का मतलब ये नहीं है कि दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय वार्ता फिर शुरू हो जाएगी. यहां पूछे गए एक सवाल के जवाब में सुषमा ने कहा, 'पाकिस्तान से बातचीत करना और करतारपुर कॉरिडोर दोनों अलग-अलग मसले हैं.
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उन्होंने कहा कि पिछले कई सालों से भारत सरकार करतारपुर कॉरिडोर की मांग कर रही थी, अब कहीं जाकर पाकिस्तान ने इस पर सकारात्मक प्रतिक्रिया दी है, किन्तु इसका मतलब ये नहीं है कि इस फैसले के बाद पाक्सितान से द्विपक्षीय वार्ता शुरू हो जाएगी क्योंकि आतंक और बातचीत दोनों साथ-साथ कभी नहीं चल सकते.'
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आपको बता दें कि डेरा बाबा नानक में भारत के उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू के श्री करतारपुर साहिब कॉरिडोर की नींव रखने के बाद अब पाकिस्तान अपने हिस्से का शिलान्यास करेगा. पाकिस्तान के नारोवाल में नींवपत्थर पाक के प्रधानमंत्री इमरान खान रखेंगे, पाकिस्तान के निमंत्रण पर पंजाब के कैबिनेट मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू, अमृतसर के सांसद गुरजीत सिंह औजला व शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के अध्यक्ष गोविंद सिंह लोंगोवाल कल ही पाकिस्तान पहुंच चुके हैं, जबकि केंद्रीय मंत्री हरसिमरत कौर बादल और हरदीप पुरी आज पहुंचे हैं. इससे पहले सुषमा स्वराज और अमरिंदर सिंह ने पाकिस्तान का न्योता ठुकरा दिया था.
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