मुंबई: महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में महायुति को 230 सीटों पर जीत मिली थी, और चुनाव के नतीजे 23 नवंबर को आए थे। हालांकि, 10 दिन बाद भी मुख्यमंत्री पद को लेकर कोई स्पष्टता नहीं आई है, जिससे राज्य की राजनीति में असमंजस बना हुआ है। इस दौरान दिल्ली में भी राजनीतिक सरगर्मी देखी जा रही है, जो महाराष्ट्र की सियासत को प्रभावित कर रही है। शिवसेना (UBT) के नेता संजय राउत ने बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा कि महाराष्ट्र में दिल्ली के इशारे पर राजनीति चल रही है।
संजय राउत ने कहा कि एकनाथ शिंदे महाराष्ट्र के "केयरटेकर मुख्यमंत्री" हैं, और मुख्यमंत्री के नाम की घोषणा नहीं हो पाई है, जबकि महायुति के पास पूर्ण बहुमत है। उन्होंने आरोप लगाया कि दिल्ली से महाराष्ट्र की राजनीति को नियंत्रित किया जा रहा है और राज्य में "मार्केट लीला" चल रही है। उन्होंने यह भी सवाल उठाया कि महायुति ने अब तक राजभवन में सरकार बनाने का दावा क्यों नहीं पेश किया और सरकार बनाने के लिए कोई औपचारिक न्यौता क्यों नहीं मिला।
राउत ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर भी तंज कसा, जब उन्होंने बताया कि पीएम मोदी और उनकी कैबिनेट ने संसद भवन में फिल्म "द साबरमती रिपोर्ट" देखी, जबकि प्रधानमंत्री के पास अडानी घोटाले और किसानों के मुद्दे पर चर्चा करने का समय नहीं है। राउत ने यह भी कहा कि यदि पीएम मोदी उन्हें भी बुलाते, तो वे भी फिल्मों पर कुछ सुझाव दे सकते हैं, और उन्होंने कश्मीर और मणिपुर जैसे मामलों पर भी फिल्म बनाने की बात की। संजय राउत के बयान से महाराष्ट्र की राजनीतिक स्थिति और अधिक पेचीदा हो गई है, और राज्य में मुख्यमंत्री पद को लेकर अभी भी सस्पेंस बना हुआ है।