भोपाल: मध्य प्रदेश के सीएम शिवराज सिंह चौहान ने गो-संरक्षण बोर्ड के अध्यक्ष स्वामी अखिलेश्वरानंद को राज्य मंत्री के बाद अब कैबिनेट मंत्री बना दिया है. मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की सहमति और आदेश के बाद इसे आधिकारिक आदेश तब्दील कर दिया गया. स्वामी अखिलेश्वरानंद नर्मदा संरक्षण पैनल में सक्रीय होंगे. जानकारी मिली है कि वे नर्मदा संरक्षण पैनल में शामिल किये जाने से नाखुश थे. अप्रैल में मध्य प्रदेश की शिवराज सिंह चौहान सरकार ने पांच धर्म गुरुओं को राज्य मंत्री दर्जा देने का एलान किया था.
जब नर्मदा संरक्षण पैनल का गठन हुआ तो स्वामी अखिलेश्वरानंद, कंप्यूटर बाबा (नामदेव त्यागी), पंडित योगेंद्र महंत और भय्यूजी महाराज का नाम इस सूची में था. उस समय से नाराज स्वामी अखिलेश्वरानंद को मनाते हुए मध्य प्रदेश के सीएम शिवराज सिंह चौहान ने उन्हें प्रमोशन देकर कैबिनेट मंत्री बना दिया है.
गौरतलब है कि भय्यू महाराज ने कल ही खुद को गोली मारकर खुदकुशी कर ली है. वाले मध्य प्रदेश के हाई प्रोफाइल संत भय्यू जी महाराज के भक्तो में शिवराज के आलावा प्रतिभा पाटील, नरेंद्र मोदी, नितिन गडकरी, स्मृति ईरानी, रमन सिंह, उद्धव ठाकरे, पृथ्वीराज चौहान आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत, गुजरात की सीएम आनंदी बेन पटेल ,महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री विलासराव देशमुख,शिवसेना के उद्धव ठाकरे और मनसे के राज ठाकरे, लता मंगेशकर, आशा भोंसले, अनुराधा पौडवाल, फिल्म एक्टर मिलिंद गुणाजी और देवेंद्र फडणवीस जैसे बहुत से नेताओं के नाम शामिल है.
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