पेरिस: भारत के नामचीन बिजनेस मेन आनन्द महिन्द्रा ने केंद्र सरकार की महत्वाकांक्षी योजना ‘मेक इन इंडिया’ के लिए अपने नजरिए को देश के IT एवं विनिर्माण ताकतों के बीच एक ‘जुगलबंदी’ के तौर पर बताया है। महिन्द्रा समूह के चेयरमैन व प्रबंध निदेशक आनन्द महिन्द्रा ने कहा कि उनके समूह की तरह विविध कारोबारी क्षेत्रों में काम करने वाले उद्योग घरानों को अगुवाई करने और इस तरह के अलग-अलग क्षेत्र के गठबंधन के लिए सही तरह की नीतिगत रूपरेखा तैयार करने के वास्ते नरेंद्र मोदी नीति सरकार के साथ काम करने की आवश्यकता है. ज्ञात हो कि सहारा समूह की कुल सम्पत्ति 16.9 अरब डॉलर है.
महिन्द्रा ने रविवार को पेरिस एयर शो के दौरान बातचीत में कहा कि, ‘यदि हम लीक से हटकर नजरिया नहीं अपनाते हैं तो 'मेक इन इंडिया' काम नहीं कर सकेगा.इसे सफल बनाने के लिए हमें भविष्य में एक ऊंची छलांग लगानी होगी।’उन्होंने कहा कि इसके लिए हमें एक अलग नजरिया अपनाने और इस बात की पहचान करने की जरूरत है कि यह सवाल महज चीन के रास्ते चलने का नहीं है.
और हमारा ‘मेक इन इंडिया’ चीन से इस मायने में भिन्न होना चाहिए कि हमें अपने IT कौशल एवं विनिर्माण कौशल के बीच तालमेल करते हुए तेज विनिर्माता की जरुरत है. मोदी सरकार के लिए महिन्द्रा ने कहा कि, ‘इसके लिए प्रधानमंत्री समर्थन करते है. उन्होंने कहा कि अर्थशास्त्री की पृष्ठभूमि नहीं होने के बावजूद वह इस तरह के तर्कों’ के प्रति संवेदनशील हैं।’