दमिश्क : शनिवार को अमेरिका की तरफ से जारी एक बयान में सीरिया पर गुप्त तरीके से रासायनिक हथियारों के निर्माण का आरोप लगाया गया था जिसे सीरिया के विदेश मंत्रालय ने झुठलाया है और इस बात से इंकार करते हुए सीरिया के मंत्रालय की तरफ से एक बयान जारी किया गया है जिसमे कहा गया कि - "राजधानी दमिश्क के पूर्व के घौता क्षेत्र में रासायनिक हथियारों के इस्तेमाल की अमेरिकी टिप्पणियां सिर्फ 'झूठे दावे' हैं."
सीरिया ने अमेरिका पर आरोप लगाते हुए कहा कि - "पश्चिमी देशों द्वारा समर्थित मीडिया समूहों की रासायनिक हथियारों को लेकर की गई रिपोर्टिंग अमेरिका और अन्य पश्चिमी देशों द्वारा उनके देश पर हमला करने का बहाना बनाने की कोशिश है." सीरिया के विदेश मंत्रालय ने कहा कि अमेरिका इस बात का बहाना बना कर उनके देश पर हमला करने की योजना बना रहा है.
वहीँ सीरिया ने कहा कि उसके द्वारा किये जा रहे शांतिपूर्ण माध्यम से संघर्ष के हल निकालने के प्रयास को, इस तरह के आरोप, कमजोर बनाने के लिए लगाए जा रहे हैं. अमेरिका के द्वारा लगाए गए आरोप पर जवाब देते हुए सीरिया के विदेश मंत्रालय ने कहा कि, "सीरिया की सरकार रासायनिक हथियारों के इस्तेमाल के खिलाफ अपनी स्थिति की पुष्टि करती है, और सीरिया ने अपने सभी रासायनिक हथियारों को रासायनिक शस्त्र निषेध संगठन को सौंप दिया है." वहीँ आगे कहा गया कि, आतंकी समूहों ने लगातार हो रहे सामने में सीरिया की सेना को सफलता मिल रही है और इसी वजह से अमेरिका और उसके समर्थक देश अब सीरिया पर निशाना साध रहे हैं.
गौरतलब है कि कुछ दिन पहले अमेरिकी रक्षा मंत्री जिम मैटिस ने अपने एक बयान में कहा था कि - "अगर सीरिया में एक और रासायनिक हमले के दावों का ठोस प्रमाण पाया गया तो वे सीरिया पर सैन्य कार्रवाई करेंगे." सीरिया द्वारा विद्रोही नियंत्रित पूर्वी घौता में क्लोरीन गैस का प्रयोग करने की बात कुछ माह पहले कुछ कार्यकर्ताओं ने कही थी और कहा था कि इस वजह से 21 लोगों को सांस लेने में कठिनाई हुई थी. इस पर अमेरिका ने सीरिया को चेतावनी देते हुए कहा था कि अगर एक और बार वह इस तरह का हमला करता है तो उस पर अमेरिका सैन्य कार्यवाही करेगा.
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