वाशिंगटन: पूरी दुनिया जब कोरोनो वायरस जैसी महामारी से जूझ रही है, वहीं चीन और विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के बीच संबंधों पर कई सवाल खड़े किए जा रहे हैं. गुरुवार को WHO के महानिदेशक डॉ टेड्रोस अदनोम घेब्रियेसस ने ताइवान पर नस्लवाद का इल्जाम लगाया था. इसके बाद हाल ही में, चीन ने ताइवान पर WHO के विरूद्ध जहर उगलने के आरोप लगाए थे.
बता दें कि, ताइवान एक ऐसा द्वीप है जिसपर चीन अपना दावा करता है. जबकि ताइवान खुद को एक स्वतंत्र राष्ट्र कहता है, जिसकी लोकतांत्रिक रूप से निर्वाचित अपनी सरकार भी है. हालांकि, ताइवान के न्याय मंत्रालय ने एक ऑनलाइन कैंपेन का खुलासा किया है जिसे ताइवान के नाम पर डायरेक्टर-जनरल से माफी मांगने के लिए शुरू किया गया था. जांच में बताया गया कि चीनी इंटरनेट यूजर द्वारा ताइवानी बनकर ताइवान सरकार की तरफ से डॉ. घेब्रेयेसस से माफी मांगने के लिए ऑनलाइन पोस्ट किए जा रहे हैं. इंटरनेट पर इस किस्म के कई संदेश दिखाई देने लगे हैं. हालांकि, इन संदेशों को शेयर करने वाले यूजर चीनी थे.
एक संदेश में कहा गया है कि, "मुझे बहुत शर्म आती है कि हमने टेड्रोस पर इतने दुर्भावनापूर्ण तरीके से हमला किया. मैं ताइवान की तरफ से शर्मिंदा हूं और इसके लिए क्षमा मांगता हूं." अब, इस प्रकार की पोस्ट ताइवान की प्रतिष्ठा को धूमिल कर रही हैं. ताइवान, यानी वो छोटा सा द्वीप जिसने कोरोनो वायरस से कड़ा संघर्ष किया. जहां मात्र 382 लोग ही कोरोना वायरस संक्रमित पाए गए और सिर्फ 6 मौतें हुईं. इसके साथ ही ताइवान अन्य देशों की सहायता भी कर रहा है.
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