अहमदाबाद : शनिवार को गुजरात पहुंचे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अपनी पीड़ा व्यक्त करते हुये कहा कि संसद में हंगामा हो रहा है, फिर बताईए मैं वहां कैसे बोलूं। मोदी का कहना था कि विपक्षी दल यह चाहते है कि मैं संसद आकर नोटबंदी के बारे में अपनी सफाई पेश करूं, मैं संसद में बोलना चाहता हूं लेकिन मुझे बोलने ही नहीं दिया जा रहा। प्रधानमंत्री मोदी गुजरात के डीसा में डेयरी प्लांट शुभारंभ मौके पर मौजूद तो थे लेकिन उन्होंने संसद न चलने देने और नोटबंदी को लेकर उन्हें बदनाम किये जाने के बारे में अपनी पीड़ा को वयक्त किया। उन्होंने कहा कि संसद चलने नहीं दी जा रही तो फिर मुझे बोलने का मौका किस तरह से मिलेगा। मोदी ने कहा कि संसद में बोलने का मौका नहीं मिल रहा है तो वह अपनी बात जनसभा में करेंगे ही।
जो लाइन में, वह ईमानदार
मोदी ने कहा कि विपक्षी दल के लोग यह कहते है कि मोदी ने देश के लोगों को बैंकों और एटीएम की लाईन में लगा दिया है। मोदी ने तर्क दिया कि जो लाइन में खड़े है वह ईमानदार है। कतार में लगे लोग अपने लिये नहीं, बल्कि देश के लिये खड़े हुये है।
छोटे नोटों की बढ़ी पूछ परख
प्रधानमंत्री ने छोटे नोटों की पूछ परख बढ़ने की बात कही और बताया कि जो लोग पहले सौ, पचास और बीस रूपये के नोटों का महत्व नहीं जानते थे, वे अब इन छोटे नोटों की कीमत पहचान रहे है। मोदी ने कहा कि छोटे नोटों की ताकत तो बढ़ी ही है वहीं छोटे लोगों की भी कीमत बढ़ाई गई। यदि नोटबंदी नहीं करता तो छोटे लोगों की कीमत कभी बढ़ती नहीं।
आज है, आनंद से जी लो
मोदी ने उन विपक्षी दलों पर शब्दों के बाण चलाये, जो यह कह रहे है कि नोटबंदी से देश के लोग परेशान हो गये है और न जाने कब तक दुःखी होते रहेंगे। मोदी ने कहा कि हमारे देश के ऋषि मुनि यह कह गये है कि मौत के बाद क्या होगा, कौन जानता है, जो करना है अभी कर लो, आनंद से जी लो। मोदी ने यह भी कहा कि ईमानदार लोगों को किसी तरह की परेशानी नहीं है लेकिन कुछ लोग उन्हें भड़काने का काम कर रहे है।
मेरा विरोध कीजिये, परंतु
प्रधानमंत्री ने कहा कि मेरा विरोध भले ही कीजिये परंतु लोगों को बैंकिंग और कैशलेस लेन-देन जरूर सिखाइए, ताकि उनका कैशलेस ट्रांजैक्शन का स्वप्न पूरा हो सके। मोदी का इशारा विपक्षी दलों की तरफ था।
फिर बोले बस पचास दिन
मोदी ने एक बार फिर पचास दिनों का उल्लेख किया और कहा कि पचास दिन पूरे होने के बाद स्थिति सामान्य हो जायेगी और लोगों को किसी तरह की परेशानी नहीं आयेगी। गौरतलब है कि मोदी ने नोटबंदी के बाद यह कहा था कि उन्हें पचास दिन दे दीजिये, सब कुछ सामान्य हो जायेगा। उन्होंने यह भी कहा कि नोटबंदी का फैसला सामान्य नहीं है, पचास दिन पूरे होने के बाद हम पहले की तरह ही हो जायेंगे।