चेन्नई : तमिलनाडु की भगवान कही जाने वाली जे.जयललिता का निधन राज्य में एक शोक की लहर लेकर आया है. जहाँ पूरे देश में जयललिता के निधन के चलते दुःख देखने को मिल रहा है तो वहीँ राज्य में लोग इस सदमे से खुद को बाहर नहीं निकाल पा रहे है. बताते चले कि हाल ही में तमिलनाडु के सत्तारूढ़ दल अन्नाद्रमुक ने भी जानकारी देते हुए बताया है कि जयललिता के बीमार रहते हुए और इसके बाद निधन के कारण लोगो को गहरा सदमा लगा है और इस कारण ही अब तक करीब 77 लोगों की मौत भी हो गई है.
इस बाबत पार्टी के द्वारा प्रत्येक पीड़ित परिवार को 3-3 लाख रुपए की राशि सहायता स्वरूप देने की घोषणा भी की गई है. इसके अलावा यह भी सुनने में आया है कि जयललिता के निधन के बाद कथित रूप से आत्मदाह का प्रयास करने वाले पार्टी पदाधिकारी और खुद की उंगलियो को काटने वाले व्यक्ति को भी पार्टी के द्वारा 50-50 हजार रूपए देने की घोषणा की गई है. मामले में अन्नाद्रमुक की तरफ से विज्ञप्ति जारी की गई है.
जिसमे यह बात सामने आई है कि "अम्मा की बीमारी और मृत्यु के बारे में सुनने के बाद लोगो को काफी दुःख हुआ है और इसके चलते सदमे से 77 लोगों की मृत्यु हुई है." यह भी बता दे कि केन्द्रीय खुफिया एजेंसी ने अब तक 30 लोगों के जान देने और 4 लोगों के आत्महत्या का प्रयास करने के बारे में कहा है. हालाँकि पार्टी की तरफ से उनकी बीमारी से मतलब 22 सितंबर को उन्हें अस्पताल में भर्ती कराए जाने से या चार दिसंबर को दिल का दौरा पड़ने से स्पष्ट नहीं किया गया है. पार्टी के द्वारा राज्य के विभिन्न हिस्सों में इन जान देने वाले 77 लोगों की सूची को भी जारी कर दिया गया है.