सेकंड प्रेगनेंसी प्लान करने से पहले गौर करें इन बातों पर

सेकंड प्रेगनेंसी प्लान करने से पहले गौर करें इन बातों पर
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यदि आप दूसरे बच्चे की प्लानिंग कर रहे है तो ये लेख आपके लिए है. सामान्यतः राय दी जाती है कि दो बच्चों के बीच ज्यादा गैप नहीं होनी चाहिए. क्योकि इससे बच्चो की पढाई लिखाई और उनके पूर्ण व्यक्तित्व विकास में फर्क पड़ता है. वैसे तो डॉक्टर्स दो बच्चों के बीच डेढ़ साल का गैप सही ठहराते है.

इससे पहले दूसरा बच्चा कंसीव करने में प्री मेच्योर बेबी और बच्चे के वजन कम होने की समस्या पेश आती है. साथ ही माँ को एनीमिया, यूटेरस इंफेक्शन जैसी समस्या हो सकती है. एक बच्चे के जन्म के बाद माँ को पूरी तरह से ठीक होने में समय लग जाता है. प्रसव के बाद माँ की सारी एनर्जी और न्युट्रियंट्स खत्म हो जाते है. ऐसी स्थिति में फिर से सामान्य होने में समय लग जाता है. 3 से 5 साल का अंतर ज्यादा बेहतर होता है.

यदि बड़ा बच्चा छोटे बच्चे के लालन पोषण में अहम रोल निभा सकता है. इससे दोनों के बीच भावनात्मक जुड़ाव बहुत अच्छा होता है. एक ही समय में दो बच्चों को संभालना थोड़ा मुश्किल होता है, इस पॉइंट को न भूले. इसलिए हर पहलु को सोच समझ कर फैसला ले.

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