सनातन धर्म में कार्तिक माह कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि को नरक चतुर्दशी मनाई जाती है। इस पर्व को नरक चतुर्दशी या छोटा दिवाली भी बोलते हैं। इस वर्ष 11 नवंबर को नरक चतुर्दशी मनाई जाएगी। धार्मिक मान्यता है कि नरक चतुर्दशी के दिन प्रभु श्रीकृष्ण ने नरकासुर राक्षस का वध किया था। इसी खुशी नें लोगों ने छोटी दिवाली के दिन दीपक जलाए थे। नरक चौदस मतलब छोटी दिवाली के दिन कृष्णजी, मां काली एवं हनुमानजी की पूजा का विधान है। वही नरक चतुर्दशी दूसरा दिन रहता है जिसे रूप चौदस भी बोलते हैं। इस दिन प्रातः जल्दी उठकर स्नान करने से सौंदर्य की प्राप्ति होती है तथा सभी प्रकार के संकट दूर होते हैं। इसीलिए इस दिन अभ्यंग स्नान का महत्व बढ़ जाता है। जानिए इस स्नान का शुभ समय। अभ्यंग स्नान समय: 12 नवंबर 2024 को प्रातः 05:28 से 06:41 के बीच।
कार्तिक शुक्ल चतुर्दशी तिथि 2023:-
चतुर्दशी तिथि प्रारम्भ- 11 नवम्बर 2023 को दोपहर 01:57 से।
चतुर्दशी तिथि समाप्त- 12 नवम्बर 2023 को दोपहर 02:44 तक।
अभ्यंग स्नान समय : 12 नवंबर 2024 को सुबह 05:28 से 06:41 के बीच।
नरक चतुर्दशी पूजा के शुभ मुहूर्त 11 नवंबर 2023:-
ब्रह्म मुहूर्त: प्रात: 04:55 से 05:47 के बीच।
प्रातः सन्ध्या : प्रात: 05:21 से 06:40 के बीच।
अभिजीत मुहूर्त : सुबह 11:43 से दोपहर 12:27 तक।
विजय मुहूर्त: दोपहर 01:53 से 02:36 तक।
गोधूलि मुहूर्त : शाम 05:30 से 05:56 तक।
अमृत काल : शाम 06:57 से 08:39 तक।
निशीथ पूजा मुहूर्त : रात्रि 11:39 से 12:32 तक।
रूप चौदस पूजा के शुभ मुहूर्त 12 नवंबर 2023:-
अभ्यंग स्नान समय : सुबह 05:28 से 06:41 के बीच।
अभिजीत मुहूर्त : सुबह 11:43 से दोपहर 12:27 तक।
विजय मुहूर्त: दोपहर 01:53 से 02:36 तक।
अमृत काल : शाम 05:40 से 07:20 तक।
गोधूलि मुहूर्त : शाम 05:29 से 05:56 तक।
सायाह्न सन्ध्या : शाम 05:29 से 06:48 तक।
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