प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को कहा कि उत्पादन से जुड़ी प्रोत्साहन (पीएलआई) योजनाएं देश में विनिर्माण बढ़ाने का एक बेहतरीन अवसर हैं। वीडियो कांफ्रेंस के माध्यम से नीति आयोग की छठी गवर्निंग काउंसिल की बैठक में उद्घाटन भाषण देते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने राज्यों से आग्रह किया कि वे इस योजना का पूरा लाभ उठाएं और अपने आप में अधिकतम निवेश आकर्षित करें और कॉर्पोरेट कर की घटी हुई दरों का लाभ भी उठाएं। तदनुसार, पीएलआई योजना घरेलू विनिर्माण को बढ़ावा देने और विभिन्न प्रकार के उपकरणों के उत्पादन में बड़े निवेश को आकर्षित करने के लिए प्रोत्साहन प्रदान करती है।
इस योजना का उद्देश्य स्थानीय विनिर्माण को बढ़ावा देना और आयात निर्भरता को कम करना है। प्रधानमंत्री ने इसके अतिरिक्त कहा कि भारत जैसे युवा देश की आकांक्षाओं को ध्यान में रखते हुए आधुनिक बुनियादी ढांचे का निर्माण किया जाना चाहिए। उन्होंने व्यवसायों, एमएसएमई और स्टार्ट-अप को मजबूत करने की आवश्यकता को कम किया। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि देश के सैकड़ों जिलों के उत्पादों को उसकी विशेषता के अनुसार शॉर्टलिस्ट करने से उन्हें बढ़ावा मिला है और राज्यों के बीच स्वस्थ प्रतिस्पर्धा भी हुई है। उन्होंने इस पहल को ब्लॉकवार करने, राज्यों के संसाधनों का पूरा उपयोग करने और राज्यों से निर्यात बढ़ाने का आग्रह किया।
इसके अलावा, उन्होंने केंद्र और राज्यों के बीच बेहतर समन्वय और नीतिगत ढांचे के महत्व पर जोर दिया। बजट 2020-21 में बुनियादी ढांचे के लिए धन आवंटन में वृद्धि के बारे में प्रधानमंत्री ने कहा कि इससे देश की अर्थव्यवस्था को कई स्तरों पर देश की अर्थव्यवस्था को आगे बढ़ाने में मदद मिलेगी।
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