आजकल की मॉडर्न लाइफ और जिम्मेदारियां दिमाग के अंदर हलचल पैदा कर देती है. कई बार ख्याल जीना बहाल कर देते है, खामोश रह कर दिल में अटक जाती है वह बातें. कुछ इस तरह दिमाग का ट्रैफिक जाम हो जाता है. इसलिए मदद ले डायरी की. सोने से 10 मिनट पहले रोज डायरी लिखना शुरू कर दे.
इस डायरी में दिन भर दिमाग में आने वाले ख्यालों को लेकर लिखना है. यह विचार कहां से और कब आया. यह लिखना है कि इस ख्याल ने हमे कितना सताया. कितना डराया. इस लिहाज से फिजूल के विचारो पर भी नजर रखी जा सकती है. इसलिए नोटबुक उठाइये, उसमे अलग-अलग सेक्शन बना लीजिये. डायरी लिखने के बाद ये भी सोचिये कि आपके दिमाग के अंदर ऐसी क्या बात छिपी है, जिसने आपके अंदर चिंता पैदा की.
आप यह निष्कर्ष निकालेंगे कि इस चिंता के पीछे कोई ठोस कारण नहीं है. यदि कोई कारण मिला भी तो आप जानेगे कि यह कारण फिजूल है. इसके बाद आपके मन से, आपके दिमाग से फिजूल विचारो का कचरा निकल जाएगा. सोते समय आपके दिमाग में सुकून रहेगा. इससे नींद बेहतर आएगी और अगली सुबह भी बेहतर होगी.
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