नई दिल्ली: अफगानिस्तान में शासन स्थापित करने के बाद आतंकी संगठन तालिबान अब दूसरे देशों की तरफ दोस्ती का हाथ बढ़ा रहा है। तालिबान चाहता है कि उसकी सत्ता को अंतर्राष्ट्रीय जगत मान्यता दें। किन्तु इस बीच तालिबान ने भारत के कश्मीर को लेकर एक बार फिर बयान दिया है। तालिबान के प्रवक्ता सुहैल शाहीन ने कश्मीर को लेकर कहा है कि, 'भारत में कश्मीर के मुसलमानों के लिए आवाज उठाने का हक हमें है।'
"Just like India speaks for rights of Hindu's/minorities of Afghanistan,we have right to speak for INDIAN MUSLIMS and KASHMIRIS if you don't give them RIGHTS.We have spoke for them before & will do in future"@suhailshaheen1 ????
— HS (@iHShaheen) September 2, 2021
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एक न्यूज़ चैनल के साथ बात करते हुए तालिबान के दोहा कार्यालय के प्रवक्ता सुहैल शाहीन ने यह बातें कही। सुहैल दोहा से लाइव हुए थें। उन्होंने अमेरिका के साथ हुए दोहा समझौते के बारे में बात करते हुए कहा कि किसी भी देश के खिलाफ सशस्त्र अभियान चलाना तालिबान की रणनीति का हिस्सा नहीं है। दोहा से बात करते हुए शाहीन ने कहा कि, 'एक मुसलमान के रूप में, भारत के कश्मीर में या किसी और देश में मुस्लिमों के लिए आवाज़ उठाने का अधिकार हमारे पास है। हम आवाज उठाएँगे और और कहेंगे कि मुसलमान आपके साथ हैं। आपके कानून के अनुसार वो समान हैं।'
बता दें कि इसके पहले तालिबान कई दफा कह चुका है कि वह भारत और पकिस्तान के विवाद के बीच किसी भी किस्म का दखल नहीं देगा, कश्मीर भी उसकी रणनीति का हिस्सा नहीं है और न ही वह कश्मीर में किसी भी प्रकार का हस्तक्षेप करेगा। बता दें कि भारत की मोदी सरकार ने 2019 में जम्मू-कश्मीर से धारा 370 को निरस्त कर दिया था। इसके बाद से पड़ोसी देश पाकिस्तान चीख-चीखकर दुनिया के सामने कश्मीरी मुसलमानों को लेकर प्रोपेगेंडा फैला रहा है। वह लगातार भारत को किसी न किसी मुद्दे में घेरने का प्रयास कर रहा है। किन्तु अंतरराष्ट्रीय पटल पर पाकिस्तान को केवल निराशा ही हाथ लग रही है।
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