काबुल: आतंकी संगठन तालिबान ने अब तक अफगानिस्तान की 14 प्रांतीय राजधानियों को अपने नियंत्रण में ले लिया है और वो वहाँ के सबसे बड़े शहर काबुल की ओर बढ़ रहे हैं। अब खबर सामने आई है कि पूर्वी अफगानिस्तान के पकतिया में तालिबान ने कोरोना वैक्सीन पर बैन लगा दिया है। वहाँ के क्षेत्रीय अस्पताल में इस बाबत नोटिस भी चिपका दिए गए हैं। बीते 3 दिनों से अस्पताल का कोरोना वैक्सीन वार्ड बंद पड़ा हुआ है।
जो भी लोग कोरोना वैक्सीन लेने पहुंच रहे हैं, उन्हें बताया जा रहा है कि ये प्रतिबंधित है। वैक्सीन से सम्बंधित प्रशासनिक टीम को भी तालिबान ने कह दिया है कि वो अपना कार्य बंद कर दें। हालाँकि, तालिबान ने इस बारे में कोई बयान नहीं दिया है। तालिबान पर निशान साहिब गुरुद्वारे पर से झंडा हटाने के इल्जाम भी लगे हैं। हालाँकि, तालिबान का कहना है कि सिखों ने खुद ही अपना ध्वज हटा दिया था, क्योंकि उन्हें डर था कि उन्हें प्रताड़ित किया जा सकता है। तालिबान के अनुसार, उसके ‘सिक्योरिटी अधिकारियों’ ने सिखों को आश्वासन दिया कि उन्हें कोई भी प्रताड़ित नहीं करेगा, जिसके बाद वो ध्वज फिर लगा दिया गया। तालिबान ने अफगानिस्ता की आवाम के लिए भारत द्वारा वहाँ चलाई जा रही परियोजनाओं की प्रशंसा करते हुए कहा है कि भारत पहले से ही ऐसा करता आ रहा है और ये सराहनीय है। किन्तु, साथ ही तालिबान ने धमकी भी दी है कि यदि भारत अफगानिस्तान में सेना का उपयोग करता है तो ये उसके लिए अच्छा नहीं होगा।
तालिबान के प्रवक्ता मोहम्मद सुहैल शाहीन ने कहा है कि अफगानिस्तान में सैनिक गतिविधियों का अंजाम भारत ने भी देखा होगा, इसीलिए अब ये उनके ऊपर है। तालिबानी प्रवक्ता सुहैल ने ये भी कहा कि भारतीय प्रतिनिधियों और तालिबान की मुलाकात की खबर आई है, किन्तु वो इसकी पुष्टि नहीं कर सकता है। उसने कहा कि क़तर की राजधानी दोहा में एक मीटिंग हुई थी, जिसमें भारतीय प्रतिनिधिमंडल ने भी हिस्सा लिया था।
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