चेन्नई: तमिलनाडु में कावेरी डेल्टा के किसानों ने मेकेदातु में प्रस्तावित बांध निर्माण के खिलाफ विरोध जताने के लिए कावेरी नदी में रेत के तल पर खाई खोदकर विरोध प्रदर्शन किया। आज सोमवार को, पी अय्याकन्नू के नेतृत्व में किसानों ने मांग करते हुए कहा कि तमिलनाडु के लिए सुप्रीम कोर्ट के आदेश के अनुसार कावेरी नदी में पानी छोड़ा जाना चाहिए, मेकेदातु में कोई बांध नहीं बनाया जाना चाहिए और किसान की उपज के लिए दोगुना लाभ प्रदान करते हुए न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) तय किया जाना चाहिए।
रिपोर्ट के अनुसार, पुलिस और अग्निशमन विभाग के अधिकारियों को प्रदर्शनकारी किसानों को वापस लाने के दौरान जल स्तर बढ़ने के कारण किनारों पर रस्सियाँ बांधकर कावेरी जल में प्रवेश करना पड़ा, जिसके बाद उन्हें हिरासत में ले लिया गया। इससे पहले जुलाई में भी डेल्टा क्षेत्र के किसानों ने मेकेदातु में बांध बनाने के कर्नाटक सरकार के फैसले के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया था। किसानों ने यह भी मांग की है कि राज्य सरकार को डेल्टा सिंचाई के लिए कर्नाटक से कावेरी जल का उचित हिस्सा मिले।
बता दें कि, एक तरफ जहाँ तमिलनाडु में किसान कावेरी के जल की मांग करते हुए कर्नाटक के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं। वहीं, राज्य की विपक्षी पार्टी, स्टालिन सरकार पर दबाव डाल रही है कि, वो इस मुद्दे को लेकर कर्नाटक सरकार से बात करे। भाजपा का कहना है कि, स्टालिन, विपक्षी दलों के गठबंधन INDIA में शामिल हो गए हैं और इसलिए वे कर्नाटक की कांग्रेस सरकार के सामने पानी का मुद्दा नहीं उठा रहे हैं, जिससे तमिलनाडु के किसान परेशान हो रहे हैं।
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