नई दिल्ली: संविधान दिवस के अवसर पर लोकसभा में राहुल गांधी ने अपने भाषण में वीर सावरकर, मनुस्मृति, और प्राचीन भारतीय कथाओं का संदर्भ लेते हुए केंद्र सरकार और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) पर तीखा हमला किया। उन्होंने बीजेपी से सीधे सवाल करते हुए पूछा कि क्या वह सावरकर के विचारों से सहमत हैं, जिनमें उन्होंने संविधान की जगह मनुस्मृति को प्राथमिकता देने की वकालत की थी।
राहुल गांधी ने BJP वालो को जले पर नमक लगा दिया ????????
— Sandeep Khasa (@SamKhasa_) December 14, 2024
“भारत के संविधान के बारे में सबसे बुरी बात तो यह है कि इसमें कुछ भी भारतीय नहीं है”
ये बात आपके सुप्रीम नेता सावरकर ने कही थी, जिसकी आप पूजा करते हैं । pic.twitter.com/fI0UO8le6D
राहुल गांधी ने सदन में मनुस्मृति की प्रतियां दिखाते हुए सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने कहा, "मैं अपने भाषण की शुरुआत आरएसएस के सबसे बड़े नेता सावरकर के संविधान पर विचारों को रखते हुए करूंगा। उन्होंने कहा था कि संविधान में कुछ भी भारतीय नहीं है। सावरकर का कहना था कि भारत को संविधान की जगह मनुस्मृति से चलना चाहिए।" राहुल ने यह भी कहा कि मनुस्मृति को सावरकर ने भारतीय परंपरा, संस्कृति और अध्यात्मिकता का आधार बताया है। उन्होंने बीजेपी से सवाल किया कि क्या वे सावरकर के इन विचारों का समर्थन करते हैं।
राहुल गांधी ने कहा कि भारत का संविधान केवल आधुनिक दस्तावेज नहीं है, बल्कि यह भारत की पुरानी परंपराओं और विचारधाराओं से प्रेरित है। उन्होंने शिव, गुरुनानक, बसवेश्वर, बुद्ध, महावीर, कबीर जैसे संतों और विचारकों का उल्लेख करते हुए कहा कि यह संविधान उनके विचारों का विस्तार है।
तपस्या का मतलब शरीर में गर्मी पैदा करना pic.twitter.com/OAQLF0LA8p
— Lala (@FabulasGuy) December 14, 2024
इसके बाद राहुल गांधी ने संसद में एकलव्य और गुरु द्रोणाचार्य की कहानी सुनाई, और कहा कि ''पहले दिल्ली के चारों तरफ जंगल शुरू होता था। AIIMS के बिल्कुल बगल में, रेलवे म्यूजियम जहां है, वहां जंगल था। उसी जंगल में हजारों वर्ष पूर्व 6-7 साल का युवा।'' युवा शब्द सुनते ही सत्ता पक्ष हंसने लगा। तब राहुल ने अपनी गलती सुधारते हुए कहा कि ''हां बच्चा-बच्चा, हां सही कहा। वह बच्चा सुबह रोज धनुष उठाकर तीर कमान चलाता था, उसने घंटों तक तपस्या की, सालों तपस्या की।'' राहुल ने आगे कहा कि, वो लड़का एकलव्य तपस्या करके गुरु द्रोणाचार्य से मिला और बोला कि मैंने तपस्या के बाद इस धनुष में अपनी शक्ति डाल दी है। इस पर द्रोणाचार्य ने कहा कि तुम ऊंची जाति के नहीं हो, मैं तुम्हारा गुरु नहीं बनूंगा, यहां से चला जाओ।'' राहुल ने कहा कि, ''धनुष तपस्या है, मनरेगा तपस्या है, तपस्या का मतलब शरीर में गर्मी पैदा करना है।''
आज मैं विपक्ष के नेता (पप्पू) को सुन रहा था, तो मुझे आज दो नए ज्ञान प्राप्त हुआ है:
— ocean jain (@ocjain4) December 14, 2024
1.6-7 साल की उम्र में आदमी युवा हो जाता है
2.तपस्या से गर्मी आती है????????
रवि शंकर जी राहुल गांधी के ज्ञान का मजाक मत बनाए....जब ये देश छोड़ भाग जाएगा तो हमें कौन ऐसे जोक्स सुनाएगा???????? pic.twitter.com/rbev1t5xNP
इसके बाद भाजपा सांसद रविशंकर प्रसाद ने चुटकी लेते हुए कहा कि, ''आज मैं विपक्ष के नेता (राहुल गांधी) को सुन रहा था, तो मुझे आज दो नए ज्ञान प्राप्त हुआ है: पहला, 6-7 साल की उम्र में आदमी युवा हो जाता है, दूसरा, तपस्या से गर्मी आती है।''