नई दिल्ली: प्राइवेट ट्रेन चलाने की दौड़ में देश ही नहीं बल्कि विश्व की बड़ी कंपनियां हिस्सा लेना चाहती हैं. इस वर्ष केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा 150 प्राइवेट ट्रेनें शुरू करने के ऐलान के बाद कई कंपनियों ने इस में दिलचस्पी दिखाई है. रेल मंत्रालय को पिछले दस दिनों के अंदर सभी बड़े देसी और विदेशी कंपनियों के प्रस्ताव आने आरंभ हो चुके हैं.
मोदी सरकार द्वारा 150 रेलवे रूट्स पर प्राइवेट ट्रेन चलाने के प्रस्ताव के बाद दो दर्जन से अधिक कंपनियों ने अपने प्रस्ताव मंत्रालय को भेजे हैं. घरेलू कंपनियां टाटा रिएलिटी, हिताची इंडिया, अदानी पोर्ट्स और ऐस्सेल ग्रुप प्राइवेट ट्रेन चलाने के लिए इच्छा जाहिर कर चुकी है. प्राइवेट ट्रेन चलाने के लिए विदेशी कंपनियां भी रेस में शामिल होने वाली हैं. इंटरनेशनल नामी कंपनियां जैसे आस्टोम ट्रांसपोर्ट, बॉम्बार्डियर, सिमेंसस, हुडंई और मैक्वैरी ने भी देश में प्राइवेट सेवा देने की पेशकश की है.
केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने संसद के बजट सत्र के दौरान कहा था कि PPP मॉडल के तहत तेजस ट्रेन सेवा आरंभ की गई हैं. केंद्र सरकार रेलवे की गति बढ़ाने के लिए PPP मॉडल का विस्तार करेगी. इसके तहत 150 नई ट्रेनें चलाने की योजना है. इन सेवाओं में प्राइवेट भागीदारी से पैसा जुटाया जाएगा.
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