नई दिल्ली: एयर इंडिया (Air India) की कमान हाथों में लेने के बाद अब टाटा समूह (Tata Group) इस एयरलाइन्स कंपनी के बेड़े का विस्तार करने और इसका संचालन को विस्तृत करने में लग गया है। इसी क्रम में अमेरिका और फ्रांस की कंपनियों के साथ अनुबंध किया गया है। यह एविएशन सेक्टर का सबसे बड़ा सौदा बताया जा रहा है। दरअसल, एयर इंडिया फ्रांस की एयरबस (AirBus) से 250 और अमेरिकी विमान निर्माता बोइंग (Boing) से 220 यात्री विमान खरीदने जा रही है।
Ready to take off with 20 Boeing 787s and 10 Boeing 777-9s widebody aircraft, and 190 Boeing 737 MAX single-aisle aircraft. The B777/787s will be powered by GE Aerospace and B737 Max by CFM International#ReadyForMore @BoeingAirplanes @GE_Aerospace @GEIndia @CFM_engines
— Air India (@airindiain) February 14, 2023
टाटा की डील से गदगद हुए अमेरिकी राष्ट्रपति :-
बता दें कि, एयर इंडिया के इस कदम से अंतर्राष्ट्रीय स्तर के एविएशन सेक्टर में भारत की प्रतिष्ठा में इजाफा हुआ है। इसका प्रमाण ये है कि, टाटा की इस डील को लेकर अमेरिका, फ्रांस और ब्रिटेन के राष्ट्राध्यक्षों ने खुशी प्रकट की है। अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन ने इस समझौते को ऐतिहासिक करार दिया है। बाइडन ने कहा है कि एयर इंडिया बोइंग से 220 एयरक्राफट खरीद रही है। इस सौदे से 44 राज्यों में लगभग 10 लाख अमेरिकी जॉब पैदा होंगी। इस डील के कारण अब कईयों को अपनी 4 साल की डिग्री को पूरा करने की आवश्यकता नहीं है। यह ऐलान भारत और अमेरिका के बीच मजबूत होती आर्थिक साझेदारी को भी प्रदर्शित करता है।
The contract that Airbus and Tata Sons signed this morning marks a new stage in India and France’s strategic partnership. Thank you @NarendraModi, for your confidence in France and our industry.
— Emmanuel Macron (@EmmanuelMacron) February 14, 2023
फ्रांस और ब्रिटेन के राष्ट्राध्यक्षों ने भी जताई ख़ुशी :-
वहीं, फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने ट्वीट करते हुए लिखा है कि, 'एयरबस और टाटा संस ने जिस अनुबंध पर दश्तखत किए हैं, वह भारत और फ्रांस की रणनीतिक साझेदारी में एक नया चरण है। फ्रांस और हमारे उद्योग में आपके विश्वास के लिए पीएम नरेंद्र मोदी का धन्यवाद।' दूसरी तरफ ब्रिटेन के पीएम ऋषि सुनक ने भी इस समझौते को लेकर खुशी प्रकट की है। सुनक ने अपने बयान में कहा है कि, 'यह दशकों में भारत के साथ सबसे बड़े निर्यात सौदों में से एक है और ब्रिटेन के एयरोस्पेस क्षेत्र के लिए एक बड़ी जीत है। विंग्स का निर्माण ब्रॉटन में और इंजन का निर्माण डर्बी में होगा। यह डील पूरे देश में रोगजार पैदा करेगी और हमारी पाँच प्राथमिकताओं में से एक- अर्थव्यवस्था को आगे बढ़ाने में सहायता करेगी।'
This is one of the biggest export deals to India in decades and a huge win for the UK's aerospace sector.
— Rishi Sunak (@RishiSunak) February 14, 2023
With wings from Broughton and engines from Derby, this deal will support jobs around the country and help deliver one of our five priorities – growing the economy. https://t.co/Zs0Qqf37Yr
टाटा की ऐतिहासिक डील पर क्या बोले पीएम मोदी:-
वहीं पीएम नरेंद्र मोदी ने मंगलवार (14 फरवरी) को कहा है कि भारत विश्व का तीसरा सबसे बड़ा एविएशन हब बनने के लिए पूरी तरह तैयार है। यह समझौता भारत की एविएशन सेक्टर की सफलताओं को प्रदर्शित करता है। भारत सरकार इस सेक्टर को सशक्त करने पर फोकस दे रही है। आगामी 15 वर्षों में भारत को दो हजार विमानों की आवश्यकता होगी। भारत में ‘मेक इन इंडिया-मेक फार द वर्ल्ड’ को लेकर अवसरों के नए द्वार खुल रहे हैं।
क्या टाटा पर भी होगा अडानी जैसा हमला:-
बता दें कि, टाटा से पहले देश के एक और बड़े ग्रुप, अडानी समूह ने भी इजराइल, ऑस्ट्रेलिया, ब्रिटेन जैसे देशों में एनर्जी, पोर्ट्स आदि सेक्टर्स में निवेश किया था, जिससे अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर भारत की प्रतिष्ठा में वृद्धि हुई थी। किन्तु, उन पर भारत के ही विपक्ष ने अमेरिकी शार्ट सेलर फर्म हिंडनबर्ग की रिपोर्ट को आधार बनाकर हमला करना शुरू कर दिया। यहाँ तक कि, विपक्ष ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तक पर ये आरोप लगा दिए कि, उन्होंने विदेशों से अडानी को ये ठेके दिलवाए हैं। अब टाटा ग्रुप ने विदेशी कंपनियों के साथ कॉन्ट्रैक्ट किया है, जिससे अमेरिका- ब्रिटेन जैसे देश खुश नज़र आ रहे हैं और भारत का लोहा मान रहे हैं। ऐसे में भारत विरोधी ताकतें टाटा समूह को भी निशाना बनाती हैं, तो इसमें आश्चर्य नहीं होगा।
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