नई दिल्ली : सरकार इस बात के लिए खुश हो सकती है कि वित्त वर्ष 2016-17 में सरकार के खजाने में तय लक्ष्य से ज्यादा 17.10 लाख करोड़ रुपए का कर संग्रह (टैक्स कलैक्शन) हुआ है. वित्त मंत्रालय के राजस्व विभाग के अनुसार, 2016-17 में प्रावधिक सकल कर संग्रह करीब 18 फीसदी बढ़ा है. इसमें प्रत्यक्ष कर संग्रह 14.2 फीसदी बढ़कर 8.47 लाख करोड़ और अप्रत्यक्ष कर संग्रह 22 फीसदी बढ़कर 8.63 लाख करोड़ है. सरकार ने 2016-17 के लिए सकल कर संग्रह का बजट अनुमान 16.25 लाख करोड़ रुपए रखा था.
यदि बात प्रत्यक्ष कर संग्रह की करें तो आंकड़ों के अनुसार कर संग्रह पिछले साल के मुकाबले 14.2 फीसदी बढ़कर 8.47 लाख करोड़ है. यह वर्ष 2016-17 के लिए सौ फीसदी उपलब्धि है. प्रत्यक्ष कर में कॉरपोरेट इनकम टैक्स (सी.आई.टी.) और पर्सनल इनकम टैक्स (पी.आई.टी.) शामिल हैं.मार्च 2017 तक कॉरपोरेट टैक्स संग्रह में 13.1 फीसदी और व्यक्तिगत आय कर में 18.4 फीसदी है.
इसी तरह प्रावधिक अप्रत्यक्ष कर संग्रह में 2016-17 में 2015-16 के मुकाबले 22 फीसदी बढ़कर 8.63 लाख करोड़ है. अप्रत्यक्ष कर में सेंट्रल एक्साइज, सर्विस टैक्स और कस्टम्स शामिल है. सेंट्रल एक्साइज का निवल संग्रह मार्च 2017 तक 3.83 लाख करोड़ रुपए रहा. यह पिछले वित्त वर्ष के मुकाबले 33.9 फीसदी अधिक है.
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