नई दिल्ली: भारत सरकार ने टीबी (तपेदिक) के मरीजों के लिए एक महत्वपूर्ण निर्णय लिया है, जिसमें उन्हें पोषण सुनिश्चित करने और मृत्यु दर को कम करने के उद्देश्य से निक्षय पोषण योजना के तहत सहायता राशि को बढ़ाकर एक हजार रुपये प्रति माह कर दिया गया है। पहले, मरीजों को अक्टूबर तक 500 रुपये की पोषण भत्ता मिलता था, लेकिन अब यह राशि एक नवंबर से एक हजार रुपये प्रति माह होगी।
यह निर्णय केंद्र सरकार के टीबी मुक्त भारत अभियान का हिस्सा है, जिसके तहत मरीजों को पोषण भत्ता प्रदान किया जाता है। कार्यवाहक सीएमओ डॉ. बीएन यादव ने बताया कि अब सभी टीबी मरीजों का पोषण भत्ता एक हजार रुपये प्रति माह कर दिया गया है। यह धनराशि मरीजों के खातों में हर तीन महीने में तीन हजार रुपये की किस्त में आएगी, जिससे हर साल कुल छह हजार रुपये का पोषण भत्ता मिलेगा।
डीटीओ और एसीएमओ डॉ. अतुल सिंघल ने बताया कि जिले में डॉट्स (डीरेक्टली ऑब्जर्व्ड ट्रीटमेंट, शॉर्ट कोर्स) पद्धति के तहत टीबी मरीजों का इलाज किया जा रहा है। वर्तमान में जिले में टीबी के 25,030 मरीजों का इलाज चल रहा है, जिन्हें पहले 500 रुपये प्रति माह पोषण भत्ता मिलता था। अब यह राशि बढ़ाकर एक हजार रुपये प्रति माह कर दी गई है, जिससे मरीजों को छह माह तक कुल छह हजार रुपये का लाभ मिलेगा।
नई पोषण धनराशि का लाभ उन सभी नए टीबी मरीजों को भी मिलेगा, जो एक नवंबर के बाद जिले में टीबी के पॉजिटिव पाए जाएंगे। इस प्रकार, अब नए सभी मरीजों को अगले छह माह तक हर महीने एक हजार रुपये की सहायता मिलेगी।
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