मध्यप्रदेश: टीचर ने अपने स्टूडेंट्स की हवाई यात्रा के ख्वाहिश को पूरा किया है. ऐसा करके वह बच्चों के ‘हीरो’ बन चुके हैं. यह मामला इंदौर के देवास जिले के एक सरकारी स्कूल का है. जहां के हेडमास्टर किशोर कनासे अपने खर्च पर 19 छात्रों को विमान से दिल्ली लेकर गए थे. उनकी इस खूबसूरत पहल ने ना सिर्फ उनके छात्रों का दिल जीता हैं. साथ ही कई लोग उनके काम की तारीफ भी कर रहे हैं
हेडमास्टर किशोर ने छात्रों के लिए 60 हजार रुपये खर्च किए हैं. यह पैसा उन्होंने अपनी सेविंग्स से निकाला था. जब बिजेपुर के सरकारी स्कूल में पढ़ने वाले छठीं, सातवीं और आठवीं कक्षा के बच्चे पहली बार इंदौर एयरपोर्ट पहुंचे,तब उनकी खुशी का ठिकाना ही नहीं रहा था. यहां से उन सभी ने दिल्ली के लिए फ्लाइट पकड़ी ली. यह सभी बच्चे दो दिन के दिल्ली दर्शन टूर पर गए थे. वहीं, इनमें कई छात्र ऐसे थे, जो कभी ट्रेन में भी नहीं बैठे थे. उनके जीवन में असली विमान में बैठने से पहले सिर्फ कागज से बने और हवा में उड़ते जहाज ही थे. ‘टीओआई’ से बातचीत में तोहिद शेख नाम के स्टूडेंट ने बताया कि, ‘जब हम जमीन पर खेलते हुए प्लेन को देखते तो वह बहुत छोटे नजर आते थे. परन्तु जब हमने उसे करीब से देखा तो वह बहुत बड़ा था.’
हेडमास्टर किशोर का यह बताया हैं कि इनमें से कई छात्र ट्रेन में नहीं बैठे हैं. इन्होंने एयरप्लेन में सफर करने के बारे में कभी सोचा भी नहीं होगा. इस वजह से उन्होंने बच्चों को प्लेन से दिल्ली ले जाने का फैसला लिया था. वह आगे कहते हैं, ‘मैंने टिकट सस्ते होने पर नजर बनाए रखी. फिर दाम कम होने पर एडवांस में टिकट बुक कर लिए थे.’बच्चों को प्लेन में सफर करवाने का आइडिया उन्हें तब आया था, वह एक बार बच्चों को आगरा से ट्रेन से लेकर लौट रहे थे. उसी बीच उत्साहित बच्चों ने उनसे कह दिया था कि अगली बार वह प्लेन से जाएंगे. बच्चों की इसी बात को सुनकर हेडमास्टर किशोर ने उन्हें हवाई जहाज में बैठाने का फैसला ले किया था.
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