लखनऊ। अब उत्तरप्रदेश के स्कूलों से शिक्षक आसानी से नदारद नहीं हो सकेंगे। शिक्षकों को अब गोल नहीं मारने दी जाएगी। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने स्कूलों के गिरते स्तर पर चिंता जताई। दरअसल राज्य के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ अपने गृह क्षेत्र गोरखपुर में शनिवार और रविवार को थे। इस दौरान उन्होंने अधिकारियों से चर्चा की। उन्होंने गोरखपुर हवाई अड्डे के सिविल टर्मिनल का नाम योगी गोरखनाथ के नाम कर करने के ही साथ वहां पर विभिन्न कामों को लेकर चर्चा की।
उन्होंने यहां के विभिन्न कार्यों को लेकर भी चर्चा की। राज्य के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इसके लिए नया तरीका इजाद किया है। जिसमें उन्होंने कहा कि अब जो शिक्षक या फिर प्राचार्य स्कूल में नहीं होंगे उनकी फोटो दिखाकर बच्चों से पूछा जाएगा कि ये पढ़ाने आते हैं या नहीं। यदि आते हैं तो फिर कितने समय विद्यालय में रहते हैं। ऐसा अधिकारियों द्वारा अपने निरीक्षण के दौरान किया जाएगा।
राज्य के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रविवार को यह निर्देश दिया कि स्कूलों में अब सभी टीचर्स और प्रिंसिपल की फोटो लगाई जाएगी। गौरतलब है कि कुछ क्षेत्रों से ऐसी शिकायतें भी आईं थी कि बहुत से शिक्षक खुद स्कूल नहीं जाते बल्कि अपनी जगह कम पैसे में किसी दूसरे व्यक्ति को स्कूल में पढ़ाने के लिए भेज देते हैं।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपनी एक बैठक में मवेशियों के संरक्षण को लेकर कहा कि जो लोग दुधारु जानवर पालते हैं और उन्हें चारा देने के बजाय आवारा घूमने के लिए छोड़ देते हैं उनकी पहचान करके उनके खिलाफ कार्यवाही की जाए। ऐसे लोगों से जुर्माना लिया जा सकता है।
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