नई दिल्लीः टीम इंडिया को बीते सप्ताह ही नए मुख्य कोच, गेंदबाजी कोच और फील्डिंग कोच मिला है। अब टीम को नया सपोर्ट स्टाफ मिलना है. इसके तहत नए ट्रेनर या स्ट्रेंथ व कंडिशनिंग कोच की नियुक्ति भी होनी है. मगर इस मसले पर भारतीय क्रिकेट टीम और चयनकर्ताओं के बीच सहमति नहीं बन रही है। एक अखबार में छपे रिपोर्ट के अनुसार,नए प्रशिक्षक की नियुक्ति का फैसला 31 अगस्त को बेंगलुरु में होगा. इस पद की रेस में ल्यूक वुडहाउस, ग्रांट लुडेन, रजनीकांत शिवागंनम, निक वेब और आनंद दाते शामिल हैं।
टीम इंडिया का सपोर्ट स्टाफ चुनने की जिम्मेदारी एमएसके प्रसाद की अध्यक्षता वाली चयनसमिति को दी गई। इस समिति ने पिछले सप्ताह बल्लेबाजी कोच, गेंदबाजी कोच और फील्डिंग कोच को चुना था. इसके तहत विक्रम राठौड़ बल्लेबाजी कोच, आर श्रीधर फील्डिंग कोच और भरत अरुण बॉलिंग कोच चुने गए हैं। रिपोर्ट के मुताबिक, टीम मैनेजमेंट किसी भारतीय को ट्रेनर के रूप में चाहता है. बताया जाता है कि खिलाड़ियों ने गोपनीय रूप से संभावित उम्मीदवारों के नाम भी बताए हैं. लेकिन उनकी पसंद से चयन समिति सहमत नहीं है।
इस मामले से जुड़े एक शख्स ने बताया कि कोलकाता के राणादीप मोइत्रा को लेने का क्या मतलब वे जिम ट्रेनर हैं और 10 साल पहले ऑन फील्ड क्रिकेट का काम करते थे. सीओए ने पॉल चैपमैन या रामजी श्रीनिवासन को क्यों नहीं बुलाया। चैपमैन इंडियन क्रिकेट टीम के साथ ही बेंगलुरु में नेशनल क्रिकेट एकेडमी में काम कर चुके हैं. वहीं श्रीनिवासन वर्ल्ड कप जीतने वाली टीम के ट्रेनर रह चुके हैं. उन्हें सचिन तेंदुलकर और राहुल द्रविड़ जैसे दिग्गजों के साथ काम करने का अनुभव है. वहीं सीओए का कहना है कि टीम को सबसे अच्छा ट्रेनर मिले यही कोशिश है।
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