नई दिल्लीः भारतीय टीम अक्सर दीवाली के मोके पर मैच खेलती रही है। माना जाता है कि इस दौरान क्रिेकेट फैंस इसका जमकर लुत्फ उठाते हैं। पहले भी इस दौरान कई बड़े मैच खेले जा चुके है। जिसमें 2005 में श्रीलंका के खिलाफ हुए मैच में महेंद्र सिंह धौनी के नाबाद 183 रन की पारी को कोई शायद ही भूल सकता है। इसके अलावा 2016 में कीवी टीम के खिलाफ लेग स्पिनर अमित मिश्रा की धाकड़ गेंदबाजी भी कभी नहीं भूलने वाला मैच है। इसके अलावा भी कई बड़े मैच दीवाली के मौके पर खेले जा चुके हैं, लेकिन अब ऐसा नहीं होगा।
बीसीसीआइ के आधिकारिक ब्रॉडकास्टर स्टार को ऐसा लगता है कि फेस्टिवल ऑफ लाइट में और उसके आसपास खेलों के लिए पर्याप्त खरीदार नहीं हैं। वहीं बोर्ड के एक अधिकारी ने बताया कि स्टार और के बीच इस मामले पर हुए विचार-विमर्श के बाद ये फैसला किया गया है कि दीवाली के आसपास किसी भी मैच का आयोजन नहीं कराया जाए। एक स्टडी के मुताबिक दीवाली के मौके पर लोग अपने परिवार से साथ ज्यादा वक्त बिताना पसंद करते हैं।
स्टार ने एक स्टडी के बाद बाद बोर्ड से कहा कि दीवाली वीक में मैचों के लिए ज्यादा खरीदार नहीं मिलते क्योंकि सभी अपने परिवार के साथ ज्यादा रहना पसंद करते हैं। इसके अलावा इस मौके पर खिलाड़ी भी अपने परिवार के साथ रहना पसंद करते हैं। इसके अलावा फेस्टिवल में लोग मैदान पर आकर मैच देखने के बजाए अपने घरों में ज्यादा वक्त बिताने को तवज्जो देते हैं। इसलिए टीम का कर्यक्रम ऐसेतय किया गया है कि खिलाड़ियों को परिवार के साथ वक्त बिताने का मौका मिलेगा।
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