'तेहरान ने भारी गलती कर दी, चुकानी होगी बड़ी-कीमत', ईरान-हमले पर इजरायल का बड़ा बयान

'तेहरान ने भारी गलती कर दी, चुकानी होगी बड़ी-कीमत', ईरान-हमले पर इजरायल का बड़ा बयान
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इजरायल की कार्रवाई में लेबनान के आतंकी संगठन हिज़्बुल्लाह के प्रमुख हसन नसरल्लाह की मौत के पश्चात् ईरान भड़क उठा है। मंगलवार (1 अक्टूबर 2024) की रात ईरान ने इजरायल पर कम से कम 180 बैलिस्टिक मिसाइलें दागीं। फिर इजरायल ने ईरान को गंभीर परिणाम भुगतने की चेतावनी दी तथा कहा कि ईरान ने बहुत बड़ी गलती कर दी है।

ईरान के हमले के पश्चात् पूरे इजरायल में 1,800 से अधिक रॉकेट सायरन बजने लगे, जिससे लोग अपने सुरक्षित स्थानों की तरफ भागने लगे। ये मिसाइलें नागरिक इलाकों में गिरीं, जिनमें कुछ घरों और स्कूलों पर भी गिरीं। हालांकि, हमले में हताहतों की स्पष्ट जानकारी अभी सामने नहीं आई है। इजरायली सेना (IDF) ने जोर देकर कहा है कि वह इसका कठोर जवाब देगी। ईरान ने कहा कि उसने हिज़्बुल्लाह, हमास एवं ईरानी सेना के प्रमुख नेताओं की हत्या का बदला लेने के लिए ये मिसाइलें दागीं। ईरान ने विशेष रूप से हिज़्बुल्लाह नेता हसन नसरल्लाह और रिवॉल्यूशनरी गार्ड के जनरल अब्बास निलफ़ोरुशान का उल्लेख किया, जो बीते हफ्ते बेरूत में इजरायली हवाई हमले में मारे गए थे। इसके अतिरिक्त, हमास के शीर्ष नेता इस्माइल हनीयेह का भी जिक्र किया गया, जिनकी जुलाई में तेहरान में एक संदिग्ध इजरायली हमले में हत्या हुई थी।

इजरायल पर हमले का आदेश ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खामेनेई ने दिया था। इजरायल की प्रतिक्रिया को देखते हुए अमेरिका ने कहा, "हम इस हमले के खिलाफ इजरायल की रक्षा के लिए पूरी तरह से तैयार हैं। ईरान द्वारा इजरायल पर सीधा हमला उसे गंभीर परिणाम भुगतने के लिए मजबूर करेगा।" हालांकि, हमला काफी हद तक विफल रहा। इजरायल के पीएम बेंजामिन नेतन्याहू ने ईरान को चेतावनी देते हुए कहा कि उसने बहुत बड़ी गलती की है और इसके लिए उसे भारी कीमत चुकानी होगी। इजरायली अधिकारियों के मुताबिक, हमले में लगभग 181 मिसाइलें दागी गईं, जिनमें से कई को इजरायली रक्षा बलों ने नाकाम कर दिया।

नेतन्याहू ने कहा, "ईरानी सरकार हमारी आत्मरक्षा और दुश्मनों के खिलाफ जवाबी कार्रवाई की हमारी दृढ़ता को नहीं समझती। नसरल्लाह, सिनवार और मोहम्मद देफ ने इसे नहीं समझा था, और अब शुक्र और अन्य भी इसे नहीं समझते।" आगे उन्होंने कहा, "शायद तेहरान में भी कुछ लोग हैं जो इसे नहीं समझते, किन्तु वे जल्द ही समझ जाएंगे। जो भी हम पर हमला करेगा, उसे हम करारा जवाब देंगे।" नेतन्याहू ने यह भी कहा कि इजरायल 'बुराई की धुरी' से कई मोर्चों पर लड़ रहा है, जिसमें वेस्ट बैंक, गाजा, लेबनान, यमन, सीरिया और ईरान सम्मिलित हैं। नेतन्याहू ने अमेरिका को समर्थन के लिए धन्यवाद दिया और कहा कि अमेरिका ने क्षेत्र में विमानवाहक पोत तैनात किया है ताकि तनाव को बढ़ने से रोका जा सके और ईरानी हमलों का जवाब दिया जा सके।

वही इससे पहले अप्रैल में भी ईरान ने इजरायल पर हमला किया था, किन्तु इजरायल, अमेरिका, फ्रांस, जॉर्डन और यूनाइटेड किंगडम की संयुक्त सैन्य कार्रवाई से ईरान के हमले को नाकाम कर दिया गया था। कहा जा रहा है कि यह ताज़ा हमला उस अप्रैल के हमले से भी बड़ा था, जब ईरान ने 120 बैलिस्टिक मिसाइलों, 170 ड्रोन और दर्जनों क्रूज मिसाइलें दागी थीं।

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