बिहार में महामारी कोरोना टेस्टिंग को लेकर विपक्ष निरंतर राज्य की नीतीश कुमार सरकार पर हमलावर है. इसके मध्य जमुई में कोरोना टेस्ट सैंपलिंग में बड़े पैमाने पर कोताही सामने आई है. यहां बिना सेफ्टी मानकों के लिए जा रहे सैंपल लिए जा रहे हैं.
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जानकारी के मुताबिक, जमुई में बिना पीपीई किट के महामारी कोरोना के सैंपल लिए जा रहे हैं. बताया जा रहा है कि, लैब टेक्नीशियन के स्ट्राइक पर जाने के कारण, स्वास्थ्य महकमें ने एएनएम कार्यकर्ताओं को सैंपलिंग के कार्य में लगाया है. ऐसे में बिना सुरक्षा के, एएनएम कार्यकर्ता अपनी जान जोखिम में डालकर सैंपलिंग का कार्य कर रहे हैं.
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बता दे कि बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने भी इसको लेकर नीतीश गवर्नमेंट पर सीधा हमला किया है. तेजस्वी ने ट्वीट कर लिखा, 'यह नीतीश मार्का वर्ल्ड क्लास कोविड-19 टेस्टिंग है. बिना पीपीई किट और शारीरिक दूरी के पड़ताल हो रही है. विपक्ष के भारी दबाव के बाद 15 वर्षीय सुशासनी सह विज्ञापनी सरकार अब प्रतिदिन 1 लाख 20 हजार जांच का आंकड़ा ऐसे पूरा कर रही है. 10 हजार जांच में 3000 पॉजिटिव थे और 1 लाख 20 हजार में भी.गौरतलब है कि, तेजस्वी समेत पूरा विपक्ष बिहार में कोरोना जांच पर प्रश्न उठ रहा है. तेजस्वी का आरोप है कि, सरकार सही से टेस्टिंग नहीं करा रही है. साथ ही, गवर्नमेंट द्वारा कोरोना के गलत आकड़ें लॉन्च किए जा रहे हैं. वहीं, तेजस्वी के आरोपों पर शनिवार को मुख्यमंत्री नीतीश ने भी पलटवार किया था. उम्मीद की जा रही जल्द कोरोना पर सरकार उचित कदम उठाएगी.
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