पटना: बिहार में विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव लगातार नितीश कुमार और उनके मंत्रियों को निशाने पर ले रहे हैं। अब हाल ही में उन्होंने राज्य के मंत्री रामसूरत राय को शराब के मुद्दे पर घेर डाला है। जी दरअसल हाल ही में तेजस्वी ने एक तरफ प्रेस कॉन्फ्रेंस की। इस दौरान उन्होंने राज्य के मंत्री रामसूरत राय पर आरोप लगाए और इसके अलावा सड़क पर उतरकर पैदल मार्च भी किया। इस दौरान ही आरजेडी विधायकों ने विधानसभा में प्रदर्शन किया। इसी बीच तेजस्वी यादव ने कहा, 'रामसूरत राय का झूठ सामने आ गया है।' इसी के साथ आगे उन्होंने कहा कि ''जिस स्कूल से शराब बरामद की गई थी। उस स्कूल को लेकर रामसूरत राय का कहना है कि वो स्कूल उनके भाई हंस लाल राय के नाम पर नहीं है लेकिन बिजली का बिल उन्हीं के नाम से आता है। हम मांग करते हैं कि रामसूरत राय कागजात दिखाएं, अगर जमीन को अमरेंद्र कुशवाहा नाम के शख्स को स्कूल चलाने के लिए किराए पर दिया गया था तो उससे संबंधित कागज दिखाए जाएं।''
आगे उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि जिस शख्स ने पुलिस को कॉल करके स्कूल में शराब होने की जानकारी दी थी, पुलिस ने मंत्री के भाई को बचाने के लिए उसे ही जेल में डाल दिया। तेजस्वी ने प्रेस कन्फ्रेंस के दौरान कहा, 'इस मामले में एक फिल्मी कहानी की तरह स्क्रिप्ट लिखी गई है। रामसूरत राय ने कहा कि वो इस विद्यालय के संस्थापक नहीं हैं, ये उनके भाई की जमीन है जो उन्होंने लीज दी हुई है जहां कोई और स्कूल चलाता है। जबकि बिजली का बिल हँसलाल जी के नाम पर आता है, यानी ये जमीन उनके नाम पर ही है।'
वहीं आगे तेजस्वी ने कहा, 'जिस स्कूल से शराब मिली, उसका नाम 'अर्जुन मेमोरियल ज्ञान मंदिर है, रामसूरत राय के पिता का नाम अर्जुन राय है। पूछा कि कोई दूसरा व्यक्ति जमीन लीज पर लेकर मंत्री के पिता के नाम पर स्कूल क्यों चलाएगा? यानी मंत्री रामसूरत राय साफ-साफ झूठ बोल रहे हैं।' इसी बीच उन्होंने मुख्यमंत्री से मंत्री को बर्खास्त करने की मांग की ताकि वो अपने पद का दुरुपयोग करके सबूतों को नष्ट न करें।
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