हैदराबाद: तेलंगाना की 119 विधानसभा सीटों पर आज वोटिंग हो रही है, भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) इस चुनाव में अकेले मैदान में उतरी है और ये पार्टी के लिए बड़ी चुनौती माना जा रहा है क्योंकि दक्षिण में अपनी जड़ मजबूत करने के लिहाज से ये विधानसभा चुनाव काफी महत्वपूर्ण हो सकता है. दरअसल, बीजेपी ने साल 2014 में तेलुगू देशम पार्टी (टीडीपी) के साथ गठजोड़ कर 45 सीटों पर चुनाव लड़ा था, उस समय पार्टी को कुल 5 सीटें ही मिली थी. उप्पल, मुशीराबाद, अंबरपेट, गोशामहल और एलबी नगर हैदराबाद की सीटों पर बीजेपी प्रत्याशी जीते थे.
प्रशांत किशोर खुद को साबित करने की पहली परीक्षा में हुए पास
इस चुनाव में भाजपा भले ही बहुमत हासिल करने का दावा कर रही हो लेकिन ये इतना आसान नहीं दिख रहा है. तेलंगाना में अभी तक बड़ा मुकाबला सत्ताधारी टीआरएस और महागठबंधन 'महाकुटमी' के बीच ही बताया जा रहा है. इस महाकुटमी गठबंधन में कांग्रेस के अलावा टीडीपी, तेलंगाना जन समिति (टीजेएस) और भाकपा सम्मिलित हैं, जिसके कारण टीआरएस को भी कड़ी टक्कर मिलती दिखाई दे रही है. वहीं अगर भाजपा की बात करें तो पार्टी का पूरा फोकस ज्यादा से ज्यादा सीटों पर जीत दर्ज करने पर होगा.
राजस्थान चुनाव: सीएम वसुंधरा राजे ने किया दावा, प्रदेश में फिर बनेगी भाजपा सरकार
तेलंगाना के भाजपा नेताओं का मानना है कि पार्टी के मतदान प्रतिशत में निश्चित रूप से वृद्धि होगी. भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव पी मुरलीधर राव का कहना है कि तेलंगाना की जनता टीआरएस के विकल्प के रूप में भाजपा को वोट देगी. वहीं, चुनाव विशेषज्ञों का कहना है कि कुछ सीटों पर भाजपा, कांग्रेस की संभावनाओं को नुकसान पहुंचा सकती है. आपको बता दें कि चुनाव परिणाम 11 दिसंबर को आएँगे.
खबरें और भी:-
राजस्थान चुनाव: 199 सीटों के लिए मतदान शुरू, राज्यवर्धन सिंह राठौर ने डाला वोट
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह बरसे कहा- ईवीएम में छेड़छाड़ गुड्डे-गुड़ियों का खेल नहीं
तेलंगाना चुनाव में हो रहा काले जादू का भरपूर इस्तेमाल, भारी मात्रा में हो रही उल्लुओं की तस्करी