उत्तर प्रदेश के कासगंज में गणतंत्र दिवस पर दो समुदायों के बीच हिंसा के बाद तीसरे दिन भी इलाके का माहौल तनावपूर्ण है .हालांकि रविवार को हिंसा की कोई बड़ी घटना नहीं हुई, लेकिन एक गुमटी में आग लगा दी गई. जिसके बाद नामजद आरोपियों के घर पर दबिश दी जा रही है. इलाके के हालातों को सुधारने और जनजीवन को यथावत बनाने के लिए रविवार को शांति समिति की बैठक हुई, जिसमें कई उपायों पर चर्चा की गई.
पुलिस महानिदेशक ओपी सिंह ने जानकारी देते हुए बताया कि हिंसा में शामिल लोगों पर राष्ट्रीय सुरक्षा कानून के तहत कार्रवाई की जाएगी. इस मामले में अब तक 80 लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है. इसके अलावा घर-घर में आरोपियों को गिरफ्तार करने के लिए तलाशी ली जा रही है. इस तलाशी में कुछ जगहों से विस्फोटक तत्व भी बरामद हुए हैं. सिंह ने बताया कि गणतंत्र दिवस राष्ट्रीय पर्व है और इसे मनाने के लिए किसी की इजाज़त की जरूरत नहीं है.
आगरा जोन के अपर पुलिस महानिदेशक अजय आनंद ने शांति समिति की बैठक के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि दुकानदारों से कहा गया है कि वह अपनी दुकानें खोलें, प्रशासन उनकी सुरक्षा का यथासंभव उपाय करेंगा. दुकानें खुलेंगी तो हालात धीरे-धीरे सामान्य हो जाएंगे. जिला प्रशासन वीडियो फुटेज के आधार पर उपद्रवियों को चिन्हित कर उनकी गिरफ्तारी के लिए दबिश दे रहा है. प्रशासन ने रविवार 10 बजे तक इंटरनेट सेवाएं भी बंद रखी हैं.
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