रायपुर: छत्तीसगढ़ के नारायणपुर जिले में आज शुक्रवार (24 नवंबर) को एक लौह अयस्क खदान स्थल पर नक्सलियों द्वारा लगाए गए प्रेशर इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस (IED) में विस्फोट होने से 2 मजदूरों की मौत हो गई और एक अन्य घायल हो गया। पुलिस ने कहा कि विस्फोट के बाद एक कर्मचारी के लापता होने की सूचना है। माना जा रहा है कि, ब्लास्ट में उसकी भी मौत हो चुकी है।
एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने जानकारी देते हुए बताया है कि यह घटना सुबह करीब साढ़े सात बजे हुई जब तीन मजदूर रायपुर से लगभग 350 किलोमीटर दूर स्थित आमदई घाटी लौह अयस्क खदान जा रहे थे। जयासवाल नेको इंडस्ट्रीज लिमिटेड (JNIL) को आमदई घाटी में लौह अयस्क खदान आवंटित किया गया है और नक्सली लंबे समय से इस परियोजना का विरोध कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि कर्मचारी प्रेशर IED कनेक्शन के संपर्क में आ गए जिससे विस्फोट हो गया।
उन्होंने बताया कि मृतक की पहचान रितेश गागड़ा और घायल की पहचान उमेश राणा के रूप में हुई है, जिन्हें स्थानीय अस्पताल में भर्ती कराया गया है। उन्होंने बताया कि लापता श्रमिक श्रवण गागड़ा (24) की तलाश जारी है, जो घटना के दौरान श्रमिकों के साथ था। बता दें कि, बीते कुछ समय से छत्तीसगढ़ में नक्सलियों का आतंक देखने को मिल रहा है। 7 और 17 नवंबर को राज्य में हुए विधानसभा चुनाव के दौरान भी छत्तीसगढ़ के विभिन्न इलाकों में नक्सलियों द्वारा विस्फोट और गोलीबारी की खबरें सामने आई थी। नक्सलियों के हमले में सुरक्षाबलों और आम नागरिकों की मौत से राज्य सरकार पर सवाल उठने लगे हैं कि क्या भूपेश बघेल सरकार नक्सलियों से अपने नागरिकों की सुरक्षा करने में नाकाम रही है ?
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