इस्लामाबाद। एक ओर जहां अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर कमजोर पड़ते आतंकी संगठन अपने आप को मजबूत करने के लिए एक हो रहे हैं वहीं आतंकी संगठन हिजबुल मुजाहिद्दीन में दो फाड़ हो गई है। मिली जानकारी के अनुसार कमांडर जाकिर मूसा द्वारा हुर्रियत नेताओं को चेतावनी दी गई। उसने चेतावनी दी है कि हुर्रियत के नेता मस्जिदों का उपयोग राजनीति के लिए नहीं करें। उसने कहा कि यदि किसी ने भी इस्लाम के लिए की जाने वाली लड़ाई में दखल अंदाजी की तो ठीक नहीं होगा।
इस मामले में जो चेतावनी दी गई वह अब आॅडियो रूप में सोशल मीडिया में वायरल हो गई है और बड़े पैमाने पर इसे सुना गया है। इसमें कहा गया है कि हुर्रियत के पाखंडी नेता इस्लाम के लिए चलने वाली लड़ाई में हस्तक्षेप न करें। यह चेतावनी हिजबुल मुजाहिदीन के कमांडर जाकिर मूसा ने दी है। उसने चेतावनी में यहां तक कहा है कि यदि किसी ने हस्तक्षेप किया तो उसका सिर काटकर लाल चैक पर टांग दिया जाएगा।
उसने कहा कि हम तो कश्मीर में शरियत लागू करने के लिए लड़ाई कर रहे हैं कश्मीर मसले के समाधान के लिए नहीं लड़ रहे। गौरतलब है कि इस संगठन ने महिलाओं को लेकर बयान जारी किया था कि महिलाऐं प्रदर्शन को लेकर सड़कों पर न आऐं। हालांकि यह बात भी सामने आई है कि कमांडर मूसा के बयान से आतंकी संगठन के सदस्य सहमत नहीं हैं।