मेलबर्न: सिखों के लिए ‘खालिस्तान’ की मांग करने वाले आतंकी संगठन सिख फॉर जस्टिस (SFJ) के कारण ऑस्ट्रेलिया में तनाव पैदा हो गया है। मेलबर्न की सड़कों पर खालिस्तानियों ने पोस्टर लगाकर भारत की पूर्व पीएम इंदिरा गांधी के कातिलों का महिमामंडन किया है। इसको लेकर वहां सिख और हिंदू समुदाय के बीच टकराव की स्थिति पैदा हो गई है। यही नहीं, मेलर्बन में बीते कई दिनों से ‘ऑस्ट्रेलियाई सिख नरसंहार जनमत संग्रह’ नाम से कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं। बड़ी बात यह है कि भारत सरकार की तरफ से SFJ के इन कार्यक्रमों को प्रतिबंधित करने की मांग भी की गई थी।
एक रिपोर्ट के अनुसार, मेलबर्न में प्लंपटन गुरुद्वारे के बाहर खालिस्तान जनमत संग्रह का एक पोस्टर लगाया गया। यह पोस्टर अब सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है। इस पोस्टर में पूर्व पीएम इंदिरा गांधी के कातिल सतवंत सिंह और केहर सिंह की तस्वीरें भी छपी हुईं थीं। दोनों को वर्ष 1989 में दिल्ली की तिहाड़ जेल में फांसी दी गई थी। पोस्टर में लिखा था कि, 'पंजाब को आजाद कराने की अंतिम लड़ाई, खालिस्तान जनमत संग्रह के लिए 29 जनवरी को वोटिंग।'
इन पोस्टर के सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद ऑस्ट्रेलिया में हिंदू समुदाय के लोगों में नाराज़गी देखने को मिल रही है। हिंदू समुदाय ने एंथनी अल्बेन्स सरकार से 29 जनवरी को होने वाले जनमत संग्रह पर बैन लगाने की मांग की है। बताया जा रहा है कि हिंदू संगठन ने खालिस्तानी समर्थकों की तरफ से लगाए गए पोस्टर फाड़े और उनको काले रंग से रंग दिया। इसको लेकर खालिस्तानियों ने भी जवाबी हमला किया और सड़कों पर जमकर बवाल किया।
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