श्रीनगर। कश्मीर में पुलवामा में लश्कर ए तैयबा के आतंकियों को एनकाउंटर में मार दिया गया। दरअसल सुरक्षाबलों और आतंकियों के बीच मुठभेड़ हुई थी। हालांकि भारतीय सुरक्षा बल ने दोनों आतंकियों को आत्मसमर्पण करने के लिए कहा था मगर आतंकियों ने आत्मसमर्पण नहीं किया। आतंकी की पत्नी ने भी उससे आत्मसमर्पण करने के लिए कहा गया था मगर उसने आत्मसमर्पण नहीं किया। जिसके कारण सुरक्षा बल को एनकाउंटर करना पड़ा।
दरअसल पुलवामा के पदगामपोरा गांव में लश्कर ए तैयबा के दो आतंकियों के एक मकान में होने की जानकारी मिली थी। इस दौरान सुरक्षाबलों ने मकान और क्षेत्र को घेरकर आॅपरेशन चलाया। जब सुरक्षा बल अपना अभियान चला रहा था तो कुछ लोग अपने घरों से निकलकर आए और सुरक्षाबल पर पथराव कर दिया। सुरक्षाबल को लाठीचार्ज और आंसू गैस के गोलों का उपयोग स्थिति नियंत्रित करने के लिए करना पड़ा।
ऐसे में सुरक्षाबल ने स्थिति को संभाला और फिर आतंकी शफीक शेरगुजारी को आत्मसमर्पण करने के लिए कहा गया। उसके परिजन को एनकाउंटर वाले स्थान पर लाया गया। दिलशादा ने अपने पति शफीक शेरगुजारी से अपील की कि वह आत्मसमर्पण कर दे लेकिन वह फायरिंग करता रहा। दिलशादा ने लाउड स्पीकर पर अपील की थी। जब आतंकी फायरिंग करता रहा तो सेना को मजबूरन कार्रवाई करना पड़ी।
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