नई दिल्ली : अमेरिका की टेस्ला कम्पनी दुनिया की सबसे बड़ी लिथियम आयन बैटरी बनाने की तैयारी में है. कंपनी ने इसके लिए फ्रांस की कंपनी नियोइन को अपना साझेदार बनाया है. इस बैट्री का उपयोग नियोइन के हार्न्सडेट वाइंड फॉर्म से मिली ऊर्जा को संचित करने में किया जाएगा.
बता दें कि ये बैट्री 100 मेगावॉट की रिन्यूएबल ऊर्जा चौबीस घंटे उपलब्ध कराएगी और आपातकाल की स्थिति में बैकअप की भी सुविधा देगी.इस बारे में टेस्ला के संस्थापक सदस्य इलोन मस्क के अनुसार आप अपनी जरूरत के अनुसार जब आपके पास अतिरिक्त ऊर्जा और ऊर्जा उत्पादन की लागत काफी कम हो तो इस बैटरी को चार्ज कर सकते हैं.
इस बारे में मस्क का तो यहां तक कहना है कि टेस्ला की भविष्य की बैट्रियों की तुलना में तीन गुना ज्यादा ताकतवर होगी. इसकी क्षमता फिलहाल 30 मेगावॉट है. ऑस्ट्रेलिया की सरकार ने मार्च में 50 करोड़ डॉलर के स्वच्छ ऊर्जा परियोजना के तहत इसकी घोषणा की थी. जल्द ही इस बैटरी का निर्माण शुरू हो जाएगा.
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